Manish Sisodia: आप लीडर और दिल्ली के पूर्व सीएम मनीष सिसोदिया ने दावा किया है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भाजपा जेल भेज सकती है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में एक बार फिर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन के सवाल पर मनीष ने कहाकि गठबंधन होगा या नहीं होगा, यह बाद का विषय है।
उन्होंने कहाकि जब किसी भी पार्टी के किसी भी नेता को कभी भी जेल में डाला जा रहा है तो लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए सबको साथ मिलकर लड़ना ज़रूरी हो जाता है। आज मुझे और हेमंत सोरेन को जेल भेजा गया था, कल राहुल गांधी को भी जेल भेज सकते हैं। उन्हें भी नोटिस दे दिया गया है। गठबंधन हो या न हो, इससे कोई अंतर नहीं पड़ता। ज्यादा महत्त्वपूर्ण है कि यह लड़ाई सबको मिलकर लड़नी चाहिए।
आप विश्वास करें, इस बार हम पिछले दो चुनावों से ज्यादा मजबूती के साथ जीतने जा रहे हैं। उन्होंने हमें और हमारे नेताओं को जेल में डालकर हमारा काम आसान कर दिया है। जनता देख रही है कि केवल सत्ता हासिल करने के लिए एक आगे बढ़ती हुई पार्टी को रोकने के लिए किस-किस तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं।
530 दिन जेल में रहने के बाद भी दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का जोश कायम है। उसमें कोई कमी नहीं आई है। जेल से छूटने के बाद वह पार्टी की गतिविधियों में तेजी से शामिल हो गए हैं और इस बार के चुनाव में पार्टी को एक बार फिर ऐतिहासिक जीत दिलाना उनका लक्ष्य है।
गौर करें तो 17 महीने जेल में रहने के बाद मनीष और आज के मनीष में अंतर की बात कर रहे हैं तो यही कह सकता हूं कि आज मैं अपने आपको मानसिक तौर पर कहीं ज्यादा मजबूत पाता हूं।
मीडिया के सवालों पर मनीष सिसोदिया ने कहाकि हमारे सामने दिल्ली विधानसभा चुनाव हैं। इसे देखते हुए 14 अगस्त से मैं एक बार फिर से जनता से जुड़ने के अभियान पर निकल रहा हूं। पार्टी या संगठन में मेरी भूमिका क्या होगी, यह पार्टी निर्धारित करेगी।
इस सवाल पर कि भाजपा की रणनीति को देखते हुए लगता है कि वह पूरा चुनाव भ्रष्टाचार के मुद्दे पर लड़ने जा रही है। इस सवाल पर सिसोदिया ने कहाकि आप विश्वास करें, इस बार हम पिछले दो चुनावों से ज्यादा मजबूती के साथ जीतने जा रहे हैं।
उन्होंने हमें और हमारे नेताओं को जेल में डालकर हमारा काम आसान कर दिया है। जनता देख रही है कि केवल सत्ता हासिल करने के लिए एक आगे बढ़ती हुई पार्टी को रोकने के लिए किस-किस तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं।
भाजपा को अपनी मनमानी का दंड जनता की अदालत में भुगतना पड़ेगा। जहां तक दिल्ली में सरकार के कामकाज की बात है, आप देख सकते हैं कि पूरी सरकार लगातार काम कर रही है।