CG Politics: छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने बीजेपी की विष्णु देव साय सरकार पर तीखा जुबानी हमला बोला है। उन्होंने विष्णुदेव साय सरकार पर निशाना साधते हुए धर्मद्रोही होने का आरोप लगाया है।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने बीजेपी की विष्णुदेव साय सरकार पर निशाना साधते हुए धर्मद्रोही होने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार में छत्तीसगढ़ के धार्मिक स्थलों के संरक्षण और संवर्धन के लिए जो महत्वपूर्ण योजनाएं शुरू हुई थीं। उसे साय सरकार ने दुर्भावनावश बंद करके सनातन संस्कृति का अपमान किया है।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार के समय चंदखुरी स्थित माता कौशल्या के दुनिया के एकमात्र मंदिर, जो राजधानी से महत्व 27 किलोमीटर की दूरी पर है, उसके जीर्णोद्धार का काम किया।
उत्तर में कोरिया जिले के सीतामढ़ी हरचौका से लेकर दक्षिण में बस्तर के सुकमा में रामाराम तक पर्यटक सुविधाएं विकसित की।
पहुंच मार्ग बनाये, सड़कों के दोनों तरफ फलदार वृक्षों का रोपण करवाया। राजिम, चंपारण, शिवरीनारायण और चंदखुरी में छत्तीसगढ़ के भाषा प्रभु श्रीराम की भव्य मूर्तियां स्थापित की गई।
उन्होंने कहा कि सुकमा के रामाराम में छत्तीसगढ़ का पहला रॉक गार्डन बना, जहां पर प्रभु श्रीराम के जीवन चरित की भव्य झांकी बनाई गई है। रामा-राम में जामवंत गुफा, सीता कुटिया का निर्माण करने के साथ ही चिटमिटिन माता के मंदिर का जिर्णोंद्धार पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार ने करवाया।
छत्तीसगढ़ में राम वन गमन पथ के 75 स्थलों को चिन्हित कर उनमें से 51 स्थलों पर राम काज की शुरूआत की गई। छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के बाद से पिछले 8 महीने से राम वन गमन पथ के संरक्षण और संवर्धन का काम पूरी बंद कर दिया गया है।
बैज ने आरोप लगाते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ में भाजपा के 11 में से 10 सांसद हैं, लेकिन मोदी सरकार के केंद्रीय रामायण परिपथ में एक भी स्थल शामिल नहीं है। पूर्वाग्रह से ग्रसित मोदी सरकार लगातार छत्तीसगढ़ उपेक्षा कर रही है, लेकिन दलीय चाटुकारिता में भारतीय जनता पार्टी के नेता मौन हैं।
छत्तीसगढ़ कौशल प्रदेश कहलाता है, बस्तर का क्षेत्र ऐतिहासिक तौर पर दंडकारण्य कहा जाता है। प्रभु श्रीराम ने वनवास का अधिसंख्यक समय छत्तीसगढ़ में ही गुजरे हैं, माता कौशल्या का एकमात्र मंदिर भी छत्तीसगढ़ में ही स्थित है, जहां जाने का समय भाजपा के नेताओं के पास नहीं है।
शिवरीनारायण में प्रभु राम ने माता शबरी के झूठे बेर ग्रहण कर सामाजिक न्याय का संदेश दिया है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी की उपेक्षा और भेदभाव पर चलते हैं। छत्तीसगढ़ का कोई भी स्थल केंद्रीय रामायण परिपथ में शामिल नहीं है।
पीसीसी चीफ ने कहा है कि गाय, गोबर, गंगाजल और प्रभु श्रीराम भाजपा के लिए केवल चुनावी लिहाज से ही जरूरी है पर असलीयत में गंगाजल और पूजन सामग्रियों पर जीएसटी लगने वाले यही लोग हैं।
गोठानों में ताला लगाकर गायों को सड़कों पर बेमौत मरने मजबूत करने वाले लोग यही है। राम वन गमन पथ का विस्तार रोकने वाले विधर्मी यही हैं। भारतीय जनता पार्टी की विष्णुदेव साय सरकार केवल विज्ञापनों और बयानों में ही सनातनी है, इनका असल चरित्र धर्मद्रोही है।