Saryu Rai: झारखंड में भाजपा को जोर का झटका देने वाले पुराने दिग्गज सरयू राय ने जदयू की सदस्यता ग्रहण कर ली।
Nitish Kumar: जनता दल यूनाइटेड के लिए रविवार का दिन बेहद खास रहा। झारखंड में भाजपा को जोर का झटका देने वाले पुराने दिग्गज सरयू राय ने जदयू की सदस्यता ग्रहण कर ली। जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने उन्हें सदस्यता दिलाई।
झारखंड के वरिष्ठ नेता, पूर्व मंत्री सरयू राय अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ आ चुके हैं। आज जनता दल यूनाईटेड के कार्यकारी अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद संजय झा ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई।
जदयू ज्वाइन करने के बाद जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने सोशल मीडिया पर लिखा कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उनका पिछले कई दशकों से व्यक्तिगत संबंध रहा है। मुझे विश्वास है, के आने से झारखंड में पार्टी को मजबूती मिलेगी।
इस मौके पर बिहार सरकार के माननीय मंत्री एवं जदयू के झारखंड प्रदेश प्रभारी अशोक चौधरी, मंत्री श्रवण कुमार, राज्यसभा सांसद सह जदयू के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष खीरू महतो विधान पार्षद संजय गांधी और प्रदेश महासचिव मनीष कुमार मौजूद थे।
झारखंड की राजनीति के दिग्गज कहे जाने वाले सरयू राय की एक समय में भारतीय जनता पार्टी में अच्छी पकड़ मानी जाती थी। जब झारखंड में भाजपा की सरकार बनी तो सरयू राय मंत्रिपरिषद में शामिल किए गए थे। कुछ दिन बाद से ही उनका रिश्ता तत्कालीन सीएम रघुबर दास से बिगड़ता चला गया। 2019 के विधानसभा चुनाव में सरयू राय को बेटिकट कर दिया गया।
सरयू राय के समर्थकों ने आरोप लगाया कि रघुबर दास की जिद्द के कारण उनके नेता को जमशेदपुर पश्चिमी सीट टिकट नहीं मिला। इसके बाद सरयू राय बागी हो गए और रघुबर दास के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। और, रघुबर दास की सीट जमशेदपुर पूर्वी से चुनाव लड़ने का घोषणा किया। चुनाव परिणाम आया तो सरयू राय भारी मतों से जीत गए।
जदयू में शामिल हुए सरयू राय को ही बिहार का चर्चित पशुपालन घोटाले का खुलासा करने का श्रेय जाता हे। उस समय झारखंड बिहार राज्य का ही हिस्सा हुआ करता था। इसके बाद सरयू राय ने ही मधु कोड़ा पर खनन घोटाले का आरोप लगाया था। मामला तूल पकड़ा तो मधु कोड़ा कोड़ा को इस्तीफा देना पड़ा।
सरयू राय ने पूर्व सीएम रघुबर दास को चुनाव में हराकर भाजपा को बड़ा झटका दिया था। आलम यह हुआ कि भाजपा की सरकार नहीं बन पाई। जदयू राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा है। ऐसे में सरयू राय के आने से झारखंड में एनडीए मजबूत होगा। झारखंड में आगामी चुनाव को लेकर जदयू का यह मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है।