Nand Kishor Yadav: राष्ट्रीय अंगदान दिवस की पूर्व संध्या पर बिहार विधानसभा स्पीकर नंदकिशोर यादव ने नेत्रदान का संकल्प लिया। उन्होंने कहाकि- समाज से जो मिला उसे चुकाने की एक कोशिश है।
इस ्वसर पर नंद किशोर यादव ने कहा कि अंगदान महादान है। मैं कॉलेज के समय से रक्तदान करता आ रहा हूं। स्वैच्छिक नेत्रदान का संकल्प मैंने पूरे परिवार की सहमति से लिया है। सबको आगे आना चाहिए।
बिहार विधानसभा अध्यक्ष और नीतीश सरकार के पूर्व मंत्री वरिष्ठ बीजेपी नेतानंद किशोर यादव ने अपनी मृत्यु के बाद नेत्रदान करने का संकल्प लिया है।
राष्ट्रीय अंगदान दिवस की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को दधीचि देहदान समिति की ओर से आयोजित कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव के स्वैच्छिक नेत्रदान की घोषणा की। उसके बाद संस्था की ओर से उन्हें सम्मानित किया गया।
बिहार विधानसभा के मुख्य भवन स्थित वाचनालय में आयोजित सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। दधीचि देहदान समिति द्वारा किया गया नेत्रदान और अंगदान के प्रति जागरूकता फैलाने का कार्य करती है।
इस मौके पर विधनसभा अध्यक्ष ने कहा कि अंगदान महादान है। मैं कॉलेज के समय से रक्तदान करता आ रहा हूं। स्वैच्छिक नेत्रदान का संकल्प मैंने पूरे परिवार की सहमति से लिया है।
नंदकिशोर यादव ने कहा कि मेरा यह प्रयास समाज से जो प्राप्त हुआ है, उसे चुकाने की कोशिश है। इस दिशा में दधीचि देहदान समिति का कार्य सराहनीय है।
उन्होंने बिहार के लोगों से अंगदान के लिए आगे आने की अपील की। निधन के बाद हमारे अंग से किसी को जिंदगी मिलती है तो यह बहुत अच्छी बात है। मेरे बाद मेरी आंखों से किसी को ज्योति मिलेगी। इससे मुझे सुखद अनुभव मिलेगा।
इस अवसर पर दधीचि देहदान समिति के अध्यक्ष व पूर्व राज्यपाल गंगा प्रसाद ने कहा कि किसी के मृत शरीर के विसर्जन के पूर्व अंगों से किसी को जीवनदान मिल सके तो उनका जीवन सार्थक होगा।
समिति के महामंत्री पद्मश्री बिमल जैन ने बिहार की जनता से अनुरोध किया कि मृत्यु को जीवन का अंत न बनाएं। अंगदान से पीड़ित मानवता को मदद मिलती है।
इस मौके पर विधानसभा परिसर में पांच फलदार पौधे भी लगाये गये। इस अवसर पर विधानसभा की सचिव ख्याति सिंह समेत डॉ. सुभाष प्रसाद, संजय सत्यदर्शी, अरुण सत्यमूर्ति, शैलेश महाजन, मनोज सढ़वार, सुनील पूर्वे, संजीव यादव, गोविंद कानोडिया, पवन केजरीवाल और विनीता मिश्रा उपस्थित थे।