Rahul Gandhi Filed Nomination: कांग्रेस के गढ़ यूपी की रायबरेली सीट से राहुल गांधी ने नामांकन कर दिया। सोनिया गांधी 2004 से इस सीट पर सांसद रही हैं। अब सोनिया गांधी राज्यसभा सांसद चुनी गई हैं।
राहुल गांधी ने रायबरेली सीट से नामांकन भर दिया। बता दें कि आज सुबह ही कांग्रेस के द्वारा अमेठी और रायबरेली के लिए सीटों की घोषणा की गई थी। राहुल गांधी ने दोपहर करीब सवा दो बजे कलेक्ट्रेट में अपना नामांकन भरा।
राहुल के साथ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी और राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत मौजूद रहे।
आज सुबह ही राहुल गांधी विशेष विमान से दिल्ली से फुरसतगंज पहुंचे। वहां से अमेठी होते हुए रायबरेली आए। रायबरेली के केंद्रीय कांग्रेस कार्यालय में पूजा करने के बाद राहुल का नामांकन जुलूस निकला।
भारी भीड़ इस जुलूस में शामिल रही। पहले राहुल गांधी को इस पूजा में शामिल होना था और एक रथनुमा खुले ट्रक में सवार होकर नामांकन करने जाना था, लेकिन नामांकन में देर होता देख वह सीधे अपनी बंद गाड़ी से ही निकल गए।
राहुल गांधी का नामांकन जुलूस हाथी पार्क स्थित कांग्रेस के केंद्रीय कार्यालय से निकला। फिरोज गांधी चौराहा से होते हुए जुलूस कलेक्ट्रेट पहुंचा। इस जुलूस में भारी भीड़ देखने को मिली।
कार्यकर्ताओं का उत्साह अपने चरम पर था। कांग्रेसी राहुल को रिकॉर्ड मतों से विजयी बनाने की बात कहते रहे। इस जुलूस में कांग्रेस के साथ सपा कार्यकर्ता भी दिखे।
हाई प्रोफाइल रायबरेली संसदीय सीट पर भाजपा प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह लगातार दूसरी बार गांधी परिवार के सामने होंगे। राहुल गांधी के नामांकन के कुछ देर पहले ही दिनेश प्रताप सिंह ने अपना नामांकन दाखिल किया। 2019 में दिनेश प्रताप सिंह सोनिया गांधी के सामने चुनाव लड़े थे। उन्होंने कांग्रेस को कभी टक्कर दी थी, लेकिन चुनाव हार गए थे।
गौर करें तो साल 2018 में दिनेश प्रताप सिंह कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। सोनिया गांधी को 5,31,918 मत मिले थे। भाजपा उम्मीदवार दिनेश प्रताप सिंह को 3,67,740 मत मिले थे।
दिनेश प्रताप 1,64,178 मतों से हार गए थे, लेकिन उन्होंने सोनिया गांधी के जीत के अंतर को कम कर दिया था।
सांसद सोनिया गांधी ने राज्यसभा में जाने से पहले रायबरेलीवासियों के नाम मार्मिक पत्र लिखा था, जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। इसी के बाद से कयास लगाए जाते रहे कि गांधी परिवार से कोई न कोई चुनाव रायबरेली से ज़रूर लड़ेगा। यहां से प्रियंका गांधी का नाम चल रहा था, लेकिन ऐन मौके पर उनके भाई राहुल गांधी के चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया गया।