Lalu vs PM Modi: लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के बाद चुनावी रैलियों में आक्रामकता बढ़ गई है। वहीं पीएम मोदी की चुनावी जनसभाओं में आरजेडी पर लगाए जा रहे आरोपों पर राजद सुप्रीमो लालू यादव ने ट्वीट कर जोरदार हमला बोला है। उन्होने जनता के बीच झूठ, भ्रम और नफरत फैलाने, और देश को बांटने का आरोप प्रधानमंत्री पर लगाया है।
लालू यादव ने ट्वीट करते हुए कहा कि जो प्रधानमंत्री लोकतांत्रिक मूल्यों, लोकलाज, मर्यादा व पद की गरिमा त्याग तथा संविधान को दरकिनार कर स्वयं जनता के बीच झूठ, भ्रम और नफरत फैला समाज से न्याय, सौहार्द, बराबरी और भाईचारे को समाप्त कर देश एवं समुदायों में विघटन व विभाजन पैदा करने पर उतारू हो तो ऐसे व्यक्ति को एक क्षण भी पद पर रहने का नैतिक अधिकार नहीं है।
हमारे महान देश एवं न्यायप्रिय समाज ने ना कभी ऐसी विभाजनकारी सोच को बर्दाश्त किया है और ना ही करेगा। यह गाँधी, फुले, कलाम, अंबेडकर, लोहिया, जेपी और कर्पूरी का देश है। कुर्सी के लिए इस महान देश एवं बाबा साहेब के संविधान की बलि चढ़ाने की मंशा रखने वाले ऐसे लोगों को जनता इस चुनाव में कड़ा सबक़ सिखायेगी।
लालू यादव ने लिखा- जो प्रधानमंत्री लोकतांत्रिक मूल्यों, लोकलाज, मर्यादा व पद की गरिमा त्याग तथा संविधान को दरकिनार कर स्वयं जनता के बीच झूठ, भ्रम और नफरत फैला समाज से न्याय, सौहार्द, बराबरी और भाईचारे को समाप्त कर देश एवं समुदायों में विघटन व विभाजन पैदा करने पर उतारू हो तो ऐसे व्यक्ति को एक क्षण…।
आपको बता दें 26 अप्रैल को बिहार के मुंगेर और अररिया की रैली पर पीएम मोदी ने इंडिय अलायंस और आरजेडी पर जमकर हमला बोला था। और कहा था कि राजद और कांग्रेस इंडी गठबंधन को लोकतंत्र और संविधान की परवाह नहीं है। दोनों पार्टियों ने गरीबों का हक छीनकर केवल अपनी तिजोरियां भरी हैं। जबकि भाजपा और एनडीए गठबंधन पिछले दस सालों से देश के विकास के लिए मेहनत कर रहा है।
मोदी ने कहा कि गठबंधन लोगों को सशक्त बनाने का काम कर रहा है। इंडी अलायंस का मॉडल तुष्टीकरण का है तो दूसरी ओर एनडीए का मॉडल संतुष्टीकरण का है। सबको उसका हक मिले, यह हमारी कोशिश है।
शौचालय, नल का जल, बिजली, आयुष्मान से इलाज की सुविधा देते समय हमने यह नहीं देखा कि किस जाति व धर्म के लोगों को इसका लाभ मिल रहा है। जो जिसके हकदार थे, उनको वह हक मिला।