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कर्नाटक पहुंचे वेणुगोपाल और सुरजेवाला ने की बैठक
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सार्वजनिक बयानबाजी करने वालों पर होगी कार्रवाई
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ढाई साल के सीएम को लेकर राज्य में बढ़ा है विवाद
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सीएम और डिप्टी सीएम समर्थकों ने की बयानबाजी
Karnatka CM Issue: कार्नटक कांग्रेस की सरकार में सिर फुटौव्वल की स्थिति है. सीएम और डिप्टी सीएम समर्थक विधायकों की ओर से बयानबाजी से पार्टी आलाकमान तक हिल गया है. आनन-फानन में दो नेताओं को दिल्ली से कर्नाटक भेजा गया, जिन्होंने कड़ी नसीहत पार्टी लाइन के खिलाफ बात करनेवाले विधायकों को दी है. मामला, राज्य में मुख्यमंत्री पद को लेकर जुड़ा है. डिप्टी सीएम डीके शिव कुमार के समर्थक विधायक ने कहा था कि ढाई साल में मुख्यमंत्री बदल जाएगा, तो सीएम सिद्धारमैया समर्थक विधायक ने इसका खंडन किया था और कहा था कि पांच साल तक सिद्धारमैया ही मुख्यमंत्री रहेंगे.
कर्नाटक में जब से कांग्रेस की सरकार बनी है, तब से सबकुछ ठीकनहीं चल रहा है. राज्य सरकार के नेतृत्व यानी सीएम पद को लेकर पार्टी के अंदर खिचड़ी पक रही है. सीएम और डिप्टी सीएम समर्थक विधायक और मंत्रियों ने हाल में इसको लेकर बयान दिये थे, जिस पर सीएम सिद्धारमैया ने भी प्रतिक्रिया दी. साथ ही राज्य में निगम और बोर्ड के पदों को लेकर पार्टी के अंदर एक राय नहीं है. इसको लेकर भी बयानबाजी आगे बढ़ी.
अभी पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव चल रहे हैं. पार्टी के बड़े नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी चुनाव प्रचार में व्यस्त है, लेकिन इसके बीच कर्नाटक में बयानबाजी तेज हुई, तो कांग्रेस आलाकमान ने संज्ञान लिया. आनन-फानन में केसी वेणुगोपाल और रणदीप सुरजेवाला को कर्नाटक भेजा गया, जहां दोनों नेताओं ने पार्टी के तमाम नेताओं के साथ बैठक की. बैठक के बाद रणदीप सुरजेवाला की ओर से कड़ा बयान जारी किया गया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष को कहा गया है कि जिन लोगों ने बयानबाजी की है, उनके खिलाफ कड़ा एक्शन लें.
सुरजेवाला ने कहा कि हमारी पार्टी के कुछ मंत्रियों और विधायकों ने पार्टी लाइन से हटकर बयान दिये हैं. हमने उनको चेताया है. अगर उनको कोई बात कहनी है, तो सीएम, प्रदेश अध्यक्ष या फिर हमसे बात कर सकते हैं. पार्टी फोरम पर अपनी बात को उठा सकते हैं, लेकिन हम सार्वजनिक रूप से ऐसे बयानों को बर्दास्त नहीं करेंगे.
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि किसी विधायक को ये अधिकार नहीं है, वो ऐसे बयान दे. राज्य सरकार अच्छा काम कर रही है. विधायकों को सिर्फ अपने क्षेत्र के विकास के कार्यों पर ध्यान देना चाहिये. केसी वेणुगोपाल और सुरजेवाला पार्टी आलाकमान का संदेश लेकर कर्नाटक पहुंचे थे, जिसमें राज्य पार्टी के नेताओं से लोकसभा चुनाव की तैयारियों में लग जाने को कहा गया है.
इधर, इस बात की चर्चा भी है कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव हो जाएंगे, तो पार्टी के प्रदेश संगठन का पुर्नगठन किया जाएगा. संगठन से जुड़े कई नेता अब विधायक और मंत्री हैं. ऐसे में उनके स्थान पर नए लोगों को जगह दी जाएगी. निगम और बोर्डों के चेयरमैन को लेकर पार्टी आलाकमान का संदेश राज्य स्तरीय नेताओं को दिया गया और कहा गया कि पार्टी नेतृत्व किसी तरह का विवाद नहीं चाहता है.