Bima Bharati RJD: बिहार के पूर्णिया के रुपौली से जदयू विधायक और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ मंत्री रह चुकीं बीमा भारती ने जदयू को अलविदा कह दिया। वह राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव की पार्टी से पूर्णिया लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगी। पूर्णिया लोकसभा सीट पर पप्पू यादव कांग्रेस की ओर से पहले ही दावेदारी की तैयारी में हैं। अब महागठबंधन के प्रत्याशी के रूप में राजद जा रहीं बीमा भारती भी इसी इच्छा के साथ लालू आवास पहुंची हैं।
इससे पहले जनता दल यूनाइटेड के दो पूर्व एमएलए भी पार्टी छोड़ चुके हैं। इस्तीफा देने वालों में डॉ. फराज फातमी और रामनिवास प्रसाद शामिल हैं। डॉ. फराज फातमी पूर्व मंत्री अली असरफ फातमी के पुत्र और केवटी विधानसभा से दो बार विधायक रह चुके हैं। वहीं रामनिवास प्रसाद जाले विधानसभा से कई बार विधायक रह चुके हैं।
डॉ. फातमी ने अपने इस्तीफे में नैतिक मूल्यों की रक्षा का हवाला दिया है, जबकि पूर्व विधायक रामनिवास प्रसाद ने अपने त्यागपत्र में सिर्फ इतना ही लिखा कि मैं अपने सभी पदों और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं। इन्होंने वज़ह नहीं बताई।
इनके बाद पूर्णिया के रुपौली से जनता दल यूनाइटेड की विधायक बीमा भारती ने जदयू (जनता दल यूनाइटेड) से नाता तोड़कर राजद (राष्ट्रीय जनता दल) का दामन थाम लिया। बीमा ने सीएम नीतीश कुमार के बदलते रवैये को अलग होने की वज़ह बताई है।
बता दें कि रूपौली सीट से विधायक बीमा भारती ने जदयू के टिकट पर चुनाव जीता था। 5 बार विधायक और दो बार मंत्री रह चुकीं बीमा भारती ने साल 2020 के विधानसभा चुनाव में जीत के बाद मंत्री पद पद की मांग की थी। लेकिन, मंत्री पद नहीं मिलने से वह लगातार गुस्से में थीं। इसके बाद उन्होंने आरोप लगाया कि जदयू के स्थानीय नेताओं के कारण उनकी बेटी रानी भारती को जिला परिषद अध्यक्षी चुनाव जीत नहीं पाई।
इधर, फ्लोर टेस्ट से पहले बीमा भारती, जदयू की विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं हुईं थी। फ्लोर टेस्ट के दिन बीमा भारती के पति और बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद वह सदन पहुंचीं। उन्होंने आरोप लगाया कि पति, बेटा और समर्थकों के खिलाफ साज़िश रची जा रही है।
पूर्व मंत्री बीमा भारती ने लिखा कि मैं मुख्यमंत्री नीतीश की अस्थिर राजनीति से तंग आकर जनता दल यूनाइटेड से अपना नाता तोड़ रही हूं। हर 2-3 वर्षों में बिना विचार-विमर्श अकारण गठबंधन बदल कर समाज एवं प्रदेश में राजनीतिक अस्थिरता एवं मतदाताओं में अविश्वास पैदा कर विकास कार्य अवरुद्ध करने एवं बेलगाम अफसरशाही से त्रस्त होने के साथ फिरकापरस्त शक्तियों से समझौता कर बिहारवासियों के साथ विश्वासघात करने वालों का साथ देना, मेरी नीति और नीयत में नहीं है, मैं जदयू की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देती हूं।
उधर पूर्णिया से राजद के टिकट पर बीमा भारती के लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चा के बीच पूर्व सांसद और कांग्रेस नेता पप्पू यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा कि मर जाएंगे, कांग्रेस नहीं छोड़ेंगे। दुनिया छोड़ देंगे, पूर्णिया नहीं छोड़ेंगे।