Tajashwi_Lalu: बिहार में सीएम नीतीश को लेकर यू-टर्न हो रही राजनीति के बीच आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी एक्टिव हो गए हैं।
बिहार में जारी सियासी उठापटक के बीच सरकार बनाने के नए समीकरण बात की बात सामने आ रही है। बीजेपी नेता सुशील मोदी ने नीतीश कुमार के लिए भाजपा के दरवाजे खुल जाने का संकेत दिया है। उसके बाद आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी एक्टिव हो गए हैं।
अटकलें लगाई जा रही हैं कि नीतीश कुमार की एनडीए में वापसी हो सकती है। इस बीच आरजेडी भी जोड़-तोड़ से अपनी पार्टी की सरकार बनाने की कवायद में जुट गई है। शुक्रवार दोपहर में तेजस्वी यादव, लालू से मिलने राबड़ी आवास पहुंचे। दोनों नेताओं के बीच बहुत देर तक मंत्रणा हुई।
सुशील मोदी का बयान आने के बाद खुलकर चर्चा होने लगी है कि नीतीश कुमार को एनडीए में शामिल करने पर सहमति बन गई है।
सूत्रों के हवाले से यह भी खबर चल रही है कि बीजेपी और जेडीयू की दोस्ती पक्की हो गई और अगले 48 घंटे में नीतीश कुमार फिर से बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं।
नई सरकार में पुराने फार्मूले पर भाजपा के दो उपमुख्यमंत्री होंगे और आरजेडी कोटे के मंत्रालय भाजपा नेताओं को दिए जाएंगे। नीतीश कुमार का यह खेल बिगड़ने के लिए लालू प्रसाद यादव समेत पूरा आरजेडी खेमा एक्टिव हो गया है।
बिहार विधानसभा में राजद के 79 विधायक हैं, कांग्रेस के 19 और वाम दलों के 16 एमएलए मिलाकर आंकड़ा 114 पर पहुंचता है। सरकार बनाने का जादुई आंकड़ा 122 है तो आरजेडी को आठ विधायक की कमी है।
लालू खेमा इसके जुगाड़ में जुट गया है। राजद की नजर छोटे-छोटे दलों पर है। चर्चा है कि जदयू के कुछ विधायक जो लालू यादव के करीब थे उन्हें तोड़ने की कोशिश हो रही है। पिछले दिनों चर्चा थी कि तेजस्वी को सीएम बनाने के लिए ललन सिंह ने 12 विधायकों के साथ राजद नेताओं की बैठक कराई थी। हालांकि ललन सिंह से इनकार कर दिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राजद की नजर जीतनराम मांझी के विधायकों पर भी है। इसके अलावा ओवैसी की पार्टी एआइएमआइएम के एकलौते विधायक अख्तरुल ईमान को टटोला जा रहा है।
निर्दलीय विधायक सुमित सिंह पर राजद की नजर बनी हुई है। तेजस्वी यादव के नेतृत्व में सरकार बनाने के लिए छोटे दलों के विधायकों को बड़े-बड़े ऑफर दिए जा रहे हैं।
इधर जीतन राम मांझी ने फिर दावा किया कि बिहार में बड़ा खेल होगा। राजद के ऑफर को लेकर उन्होंने कहा कि यह बेकार की बात है। हम लोगों की निष्ठा पीएम नरेंद्र मोदी के प्रति है जो कायम रहेगी। हम लोग टेढ़ी मेढ़ी राजनीति नहीं करते। बीजेपी जो फैसला करेगी वह हमे स्वीकार होगा।