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ऑस्ट्रेलिया जाने के बहाने मिली राहत, लेकिन कब तक बचेंगे?
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कात्याल की गिरफ्तारी से तेजस्वी पर कसा ईडी का शिकंजा
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कात्याल की कंपनी लालू परिवार ने कौड़ियों के भाव खरीदी
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इसी कंपनी के ज़रिए रेलवे की नौकरी के बदले ली गई ज़मीन
SUSHIL ON TEJASHWI: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नौकरी के बदले जमीन मामले में तेजस्वी यादव को देर-सबेर ईडी के सवालों का तथ्यपरक जवाब देना ही होगा। इस मामले में न राजनीतिक बयान काम आएँगे, न वे बार-बार मिले सम्मन पर अनुपस्थित होकर बच सकते हैं।
SUSHIL ON TEJASHWI: श्री मोदी ने कहा कि भले ही तेजस्वी यादव को आस्ट्रेलिया जाने के लिए ईडी से कुछ दिन राहत मिल गई या तारीख पर तारीख लेकर थोड़े दिन और खैर मना लें, लेकिन उन्हें देश की जांच एजेंसियों को बताना ही होगा कि ये अमित कात्याल कौन है, जिसकी कंपनी ने रेलवे में नौकरी पाने वालों की जमीन खरीदी?
SUSHIL ON TEJASHWI: उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को बताना होगा कि वे दिल्ली में न्यू फ्रेंड्स कालोनी के 150 करोड़ के मकान डी-1088 के मालिक कैसे बन गए और कौन हैं हृदयानंद चौधरी, जिन्होंने रेलवे के ग्रुप-डी की नौकरी पाने के बदले अपनी कीमती जमीन राबड़ी देवी और हेमा यादव को गिफ्ट कर दी?
श्री मोदी ने कहा कि तेजस्वी के राजनीतिक बयानों से ईडी की जांच प्रक्रिया और परिणाम पर कोई असर पड़ने वाला नहीं हैं, लेकिन उसका ताजा सम्मन जारी होने का असर यह है कि तेजस्वी यादव फिर मुख्यमंत्री की ओर लौट रहे हैं। वे 20 दिन से नीतीश कुमार के साथ मंच साझा नहीं कर रहे थे।
SUSHIL ON TEJASHWI: उन्होंने कहा कि नौकरी के बदले जमीन मामले में जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने सीबीआई को पुख्ता सबूत उपलब्ध कराये थे और यह सब नीतीश कुमार के इशारे पर हुआ था। इन्हीं कागजों के आधार पर सीबीआई ने आरोपपत्र दायर किया और राबड़ी-तेजस्वी समेत कई लोगों को जमानत लेनी पड़ी।
SUSHIL ON TEJASHWI: श्री मोदी ने कहा कि सीबीआई के आरोपपत्र दायर करने और इस आधार पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई से लालू परिवार पर दबाव बढ़ा है। एके इन्फोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के मालिक अमित कात्याल की गिरफ्तारी के बाद परिवार पर कानून का शिकंजा कसता जा रहा है।