Prashant Kishor बिहार में जन सुराज अभियान के तहत पदयात्रा कर रहे प्रशांत किशोर ने दरभंगा जिले में आयोजित जनसभा में संबोधित करते हुए प्रदेश के राजनेताओं पर हमला बोला है। इसके साथ ही उन्होंने बिहार के युवाओं को लेकर बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि दूसरे राज्यों में जाने पर बिहार के युवाओं को बेवकूफ और अनपढ़ कहा जाता है जबकि ऐसा नहीं है।
जन सुराज के नेता प्रशांत किशोर ने कहाकि बिहारी होने का अर्थ बेवकूफ और अनपढ़ नहीं है। बिहार के लड़के मजदूरी करने के लिए पैदा नहीं हुए हैं। जनसुराज पदयात्रा निकाल रहे प्रशांत किशोर इन दिनों अपनी पदयात्रा के लिए दरभंगा जिले में हैं। यहां वह सभाएं कर लोगों को जागरूक करने की प्रयास कर रहे हैं।
दरअसल, प्रशांत किशोर का दरभंगा जिले में की गई एक सभा का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें वह लोगों को बिहार की मिट्टी पर गर्व करने के लिए कह रहे हैं। इसके साथ ही वह लोगों को अपने वोट की ताकत पहचानने की सलाह भी दे रहे हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में प्रशांत किशोर कह रहे हैं कि बिहार के लड़के पूरे देश में मजदूरी करने के लिए नहीं पैदा हुए हैं। इस मिट्टी का गर्व करना सीखिए। ये ज्ञान की भूमि रही है। देवताओं को भी बिहार में आकर ज्ञान मिला है।
वह आगे कहते हैं कि आज हम लोग बाहर जाते हैं तो लोग कहते हैं कि बिहारी मतलब बेवकूफ, बिहारी मतलब अनपढ़। हम लोग अनपढ़ और बेवकूफ नहीं हैं। यहां के नेताओं और व्यवस्था ने हम लोगों को अनपढ़ और बेवकूफ बना रखा है।
उन्होंने कहाकि एक बार आप जग जाइएगा तो आपको विश्वास दिलाते हैं कि जो लड़के फैक्ट्री में मजदूर बनकर काम कर रहे हैं। वही लड़के यहां आकर फैक्ट्री लगाएंगे और दूसरे राज्य के लड़के यहां आकर मजदूरी करेंगे।
ये बिहार के लोगों में ताक़त है। ये पूरा अभियान मुझे अपनी ताकत दिखाने का नहीं है। ये अभियान आपको आपकी ताकत का एहसास कराने का है। जगिए.. अपने और अपने बच्चों के भविष्य के लिए बेहतर विकल्प बनाइए और बिहार को आगे बढ़ाइए।
एक अन्य वीडियो में प्रशांत किशोर लोगों से कहते हैं कि नेता ये क्यों नहीं पूछता है कि आपका बच्चा पढ़ता है या नहीं पढ़ता।
वो इसलिए कि नेताओं को भी मालूम है, अगर आपका बच्चा पढ़ गया, पढ़-लिखकर नौकरी या रोजगार पा गया तो 4 किलो अनाज पर आप उसको वोट नहीं देंगे।
इसलिए पूरे बिहार के बच्चों को स्कूल से खिचड़ी बंटवा रहे हैं और कॉलेज से डिग्री दिलवा रहे हैं। परंतु पढ़ाई दोनों में कहीं नहीं हो रही है। पूरे बिहार के बच्चे अनपढ़ और मजदूर बनकर पूरे भारत में गाली सुन रहे हैं।
प्रशांत किशोर ये कहते दिखाई देते हैं कि आप एक संकल्प लीजिए। आधा पेट खाइए, लेकिन अपने बच्चों को पढ़ाइए। अगर बच्चों को पढ़ाइएगा, तभी जीवन सुधरेगा।