Vishwa Hindu Sammelan: थाईलैंड में आज तीसरे विश्व हिंदू सम्मेलन का का उद्घाटन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत करेंगे।
चार साल में एक बार होने वाले इस सम्मेलन के तीसरे संस्करण के लिए जयस्य आयतनम धर्मः को ध्येय वाक्य रखा गया है, जिसका अर्थ होता है धर्म, विजय का निवास होगा।
थाईलैंड में आज तीसरे विश्व हिंदू सम्मेलन का का उद्घाटन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत करेंगे। सम्मेलन में विचारक, कार्यकर्ता और नेता दुनिया भर में हिंदुओं के सामने आने वाले मुद्दों, चुनौतियों पर विचार रखेंगे और हल तलाशेंगे।
चार साल में एक बार होने वाले इस सम्मेलन के तीसरे संस्करण के लिए जयस्य आयतनम धर्मः को ध्येय वाक्य रखा गया है, जिसका अर्थ होता है धर्म, विजय का निवास होगा। सम्मेलन के तहत मूल्यों, रचनात्मकता व उद्यमशीलता की भावना को जताने के लिए सात समानांतर सम्मेलन भी आयोजित किए जाएंगे।
संगठन के प्रबंध न्यासी और विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के संयुक्त महासचिव स्वामी विज्ञानानंद ने बताया कि विश्व हिंदू फाउंडेशन द्वारा आयोजित तीन दिवसीय विश्व हिंदू सम्मेलन (डब्ल्यूएचसी) 24 नवंबर को बैंकॉक के एक सम्मेलन केंद्र में शुरू होने वाला है।
उन्होंने कहा कि इसमें उत्तरी अमेरिका से दक्षिण अमेरिका, यूरोप से अफ्रीका और एशिया से ऑस्ट्रेलिया तक के हिंदू समुदाय के लोग इकट्ठे होंगे। उन्होंने बताया कि इसमें 60 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों के भाग लेने की उम्मीद है। इन प्रतिनिधियों में व्यवसायी, पेशेवर, शिक्षाविद, मीडियाकर्मी और प्रतिष्ठित लोग शामिल होंगे।
बता दें कि विश्व हिंदू फाउंडेशन ने पहला अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन 2014 में दिल्ली में और दूसरा 2018 में शिकागो में आयोजित किया था।
विज्ञानानंद ने बताया कि WHC-2023 की थीम ‘जयस्य आयतनं धर्मः’ है। इसका अर्थ है ‘धर्म, विजय का निवास’। उन्होंने कहा कि यह आयोजन प्रतिभागियों को विचारों का आदान-प्रदान करने, आत्मविश्वास से काम करने और भविष्य की कार्ययोजना तैयार करने का अवसर प्रदान करेगा।