IND vs AUS Final: वनडे विश्व कप 2023 का फाइनल मुकाबला भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच है। यह मुकाबला रविवार को दोपहर दो बजे शुरू होना है, लेकिन दोनों टीमों के बीच जुबानी जंग अभी से शुरू हो चुकी है। भारतीय टीम यह मैच जीतकर तीसरी बार वनडे विश्व कप जीतना चाहेगी। वहीं, ऑस्ट्रेलिया की कोशिश छठी बार चैंपियन बनने की होगी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में रोहित शर्मा ने कहा कि जब से वह कप्तान बने हैं, तभी से हर फॉर्मेट के लिए खिलाड़ियों की पहचान शुरू कर दी थी और सभी को स्पष्ट किरदार दिए। इसी वजह से चीजें आसान हुईं और उनकी टीम फाइनल में पहुंचने में सफल रही है। उन्होंने कहा “हमने इस दिन के लिए जो भी तैयारी की है वह तब से जब से मैं कप्तान बना हूं। पहले टी 20 विश्व कप था, फिर चैंपियंस ट्रॉफी थी। हमें खिलाड़ियों की पहचान करनी थी। यह दो-ढाई साल की प्रकिया रही। हमने कुछ खिलाड़ियों को छांटा था कि यह खिलाड़ी होंगे और उन्हें उनका काम बताया गया था। अभी तक उस रोल की अहम भूमिका रही है। सारे लड़के जो खेल रहे हैं अगर वह स्पष्ट हैं तो चीजें आसान हो जाती हैं। हम स्पष्ट मानसिकता से खेलेंगे कौन सा लड़का ओपनिंग करेगा बैटिंग करेगा या कहां फील्डिंग करेगा, यह सब साफ था। अब तक विश्व कप हमारे लिए अच्छा रहा है, हम उम्मीद करते हैं कल भी वैसा हो।
रोहित ने आगे कहा “मैच बहुत मजेदार होने वाला है। दोनों टीमें फाइनल खेलने की हकदार हैं। हमें पता है कि ऑस्ट्रेलिया क्या कर सकती है। लेकिन हमारी नजर हमारे प्रदर्शन पर है। हमें क्या विपक्षी टीम है या क्या सामने वाली टीम करती है इस पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है। हम अपने प्लान पर फोकस करेंगे।
आज के अभ्यास सत्र को लेकर उन्होंने कहा “यह वैकल्पिक अभ्यास सत्र था। मैच से पहले हम यह रखते हैं, ताकि लड़कों का जो मन है वह कर सकें। हम जानते हैं कि टीम के आसपास का वातावरण कैसा है। यह जरूरी है कि हम अपनी ताकत पर ध्यान दें। साथ ही यह भी देखें की टीम के आसपास माहौल हल्का रहे और किसी पर किसी तरह का दबाव न हो।”
रोहित ने कहा “मैं अपने खिलाड़ियों के साथ 24 घंटे नहीं बिताता, लेकिन जितना भी समय बिताया है। मैं यह कह सकता हूं कि सभी रिलैक्स हैं। हर खिलाड़ी को अपने ऊपर मेहनत करनी होती है। ताकि उन्हें कभी भी इस तरह की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। और वह तैयार रहें।” प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान किसी सदस्य का फोन बजने लगा तो रोहित नाराज भी हो गए और उन्होंने फोन को बंद रखने के लिए कहा।
रोहित ने गेंदबाजों की तारीफ करते हुए कहा “गेंदबाजों ने अब तक शानदार काम किया है। हमारे गेंदबाजों ने विपक्षी टीम को 300 के अंदर रोक कर बहुत अच्छा काम किया है। स्पिनर्स ने भी अब तक अच्छा काम किया है। वहीं, दूसरे हाफ में हमने लक्ष्य का बचाव किया है। शमी, सिराज, बुमराह को पता है कि उन्हें क्या करना है। स्पिनर्स को पता था कि मिडिल के ओवर में उन्हें विकेट चटकाना है। तो अब तक सबने अपने रोल को बखूबी निभाया है।”
रोहित ने फाइनल मैच को लेकर कहा “जो सपने देखते हो इस चीज के लिए देखते हो। कल वही दिन होगा। एथलीट के लिए सबसे बड़ा चैलेंज यही होता है कि आप उस दिन कैसा प्रदर्शन करते हो। सभी 11 खिलाड़ियों का यही फोकस होगा। ऐसी स्थिति में निश्चिंत रहना और कूल रहना महत्वपूर्ण होगा। आप अगर दबाव में नहीं हो तो आप अच्छे फैसले ले सकते हो। बल्लेबाजों से लेकर गेंदबाज तक कूल रहने की जरूरत होगी, ताकि आप उस स्थिति में अच्छा फैसला ले सकें। मैं 50 ओवर वर्ल्ड कप देखकर बड़ा हुआ हूं तो मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण होगा। मुझे यह ध्यान देना है कि टीम के लिए क्या जरूरी है और बाकी चीजों को दूर रखना होगा।
रोहित ने कहा “यह देखते हुए कि द्रविड़ ने अपने समय में कैसे क्रिकेट खेला था और मैं कैसे खेल रहा हूं यह एक दूसरे के विपरीत हैं। इस स्थिति में भी अगर वह मुझे इस तरह से खेलने दे रहे हैं तो यह बड़ी बात है। हमारे इस सफर में राहुल द्रविड़ का किरदार बहुत अहम है। हम पिछले साल टी 20 विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचे थे और हार गए थे। इसके बाद उन्होंने सभी खिलाड़ियों को उनके रोल के बारे में बताया था। उन्होंने भी अपने समय में टीम के लिए काफी कुछ किया है। वह भी इस ट्रॉफी के हकदार हैं। अब हमारा समय है कि हम उनके लिए कुछ करें।”
रोहित ने कहा “यह शमी के लिए भी काफी मुश्किल था कि वह शुरुआती कुछ मैच नहीं खेल पाए थे। हालांकि, वापसी के बाद से उन्होंने सिराज और बाकी गेंदबाजों की मदद की है। जिस तरह से वह खेल रहे हैं वह शानदार है। मैंने उनसे बात की थी और उनसे नहीं खेलने के बारे में पूछा था। यह दिखाता है कि विश्व कप से पहले भी वह किस मेंटल स्पेस में थे। यह जरूरी होता है कि आप अपने विपक्षी का इंतजार करें और सही मौके पर सही प्रदर्शन करें। साथ ही विपक्षी और पिच पर भी निर्भर रहता है। इसलिए शमी ने इन सब को समझते हुए जिस तरह का प्रदर्शन किया वह शानदार है।”
15 में से कोई भी खेल सकता है। हमारे 12-13 खिलाड़ी फिक्स हैं कि कौन खेलेगा। लेकिन पिच एक बार देखने के बाद उसमें से तय करेंगे। देखना होगा कि विकेट कैसा खेलता है। फिर ही कल प्लेइंग 11 तय करेंगे।
पैट कमिंस ने कहा था ऑस्ट्रेलिया खिलाड़ियों के पास बड़े मैच खेलने का अनुभव है और यह उन्हें फायदा करेगा। इस पर रोहित ने कहा “फाइनल खेलने का अनुभव उन खिलाड़ियों को है। प्लेयर्स का करंट फॉर्म, करेंट स्टेट ऑफ माइंड मैटर करता है। हमारे लड़कों ने भी फाइनल खेला है, विश्व कप फाइनल नहीं खेला है। 2011 में भी फाइनल में दो लड़के थे। हमारे लड़कों ने फाइनल खेला है। तो इस तरह का कोई ऑस्ट्रेलिया को बढ़ावा नहीं होगा। हमें बस अपना रेगुलर क्रिकेट खेलना है और बाकी सब प्रदर्शन पर ही निर्भर होगा।”
अहमदाबाद की पिच को लेकर रोहित ने कहा “इस विकेट में थोड़ी घास है। स्लो पिच होगी। कल आकर फिर से देखेंगे। पिच ज्यादा व्यवहार नहीं बदलेगी। मौसम थोड़ा ठंडा हुआ है, लेकिन हमें यह नहीं पता कि यहां कितनी ओस होगी। पाकिस्तान के खिलाफ मैच में काफी ओस थी। टॉस महत्वपूर्ण नहीं होगा। टीम को उस दिन अच्छा खेलना होगा। आप अपना गेम कितना अच्छा खेलते हैं मैच में वही सबसे ज्यादा देखने वाली चीज होगी।”
रोहित ने कहा “मैं आभा पर यकीन नहीं रखता हूं। आपको उस दिन अच्छा क्रिकेट खेलना होता है। मैं उसमें यकीन नहीं रखता कि पिछले 10 मैच में कैसा खेला है। अगर आपने कल गलती की तो पिछले 10 मैच में जो अच्छा किया है वह सब बर्बाद हो जाएगा। अपने को शांत रखना जरूरी होगा और कल अच्छा क्रिकेट खेलना होगा। कैसे हमें अपनी मजबूती को बढ़ाना है और खिलाड़ियों को उनके रोल के बारे में बताना है, इन सभी चीजों पर फोकस है। ये नहीं कि 20 साल पहले हमने कैसे खेला था।”
रोहित ने कहा “जैसे हम खेलते आए हैं वैसे ही खेलना पसंद करेंगे। 2007 में मुझे नहीं लगता कि एमएस ने कुछ अलग मैसेज दिया था। मैच से पहले हम नॉर्मल बातचीत करते हैं ताकि खिलाड़ियों पर दबाव न हो। इस बार भी हमने वही किया है।” वहीं, अपने खेल को लेकर उन्होंने कहा “मुझे स्थिति के मुताबिक खेलना पसंद है। अगर वह कामयाब होता है तो भी मैं तैयार रहता हूं और अगर वह प्लान कामयाब नहीं होता है तो उसके लिए भी मैं तैयार रहता हूं। इंग्लैंड के खिलाफ मैच में देखा कि मुझे अपने खेल में बदलाव करना पड़ा। मैं उसके लिए भी तैयार हूं। उस दिन की स्थिति और पिच के व्यवहार को देखकर मैं फैसला करता हूं कि मुझे कैसे खेलना है।”
2011 विश्व कप से जुड़ा सवाल पूछे जाने पर रोहित ने कहा “मैं उस समय में नहीं जाना है। मैं यहां तक आकर बहुत खुश हूं। मैं खुद को बहुत रिलैक्स और कूल रखना चाहता हूं। मैं 2011 के बारे में याद नहीं करना चाहता। हम सभी अच्छी स्थिति में हैं और सभी अच्छा कर रहे हैं। वहीं प्लेइंग 11 को लेकर उन्होंने कहा कि सभी विकल्प उपलब्ध हैं। सभी खिलाड़यों को पता है कि कोई भी खिलाड़ी कभी भी खेल सकता है। कभी भी किसी को मौका मिल सकता है। एक खिलाड़ी चोटिल हुआ तो दो को मौका मिला। सूर्या को बल्लेबाजी का ज्यादा मौका मिला नहीं, लेकिन शमी ने गजब का प्रदर्शन किया। वह रिलैक्स हो सकते थे कि मेरा मौका नहीं आएगा, लेकिन उन्हें मौका मिला और उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। ऐसे में सभी को पता है कि उन्हें किसी भी दिन किसी भी समय मौका मिल सकता है।
रोहित ने आगे कहा “कुछ लोगों को उनके रोल के बारे में बताया गया है कि उन्हें किस समय क्या करना है। 99.9 प्रतिशत समय हमने उसी के हिसाब से खेला है और 0.1 प्रतिशत ही कुछ गड़बड़ हुआ है। हमारे खिलाड़ियों को सुरक्षित वातावरण मिला। उन्होंने बाहर की चीजों पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया। मैं नहीं चाहता था कि हमारे खिलाड़ी किसी गलत मेंटल स्पेस में रहें। पिछले 10 मुकाबलों में हमने ऐसा ही किया है और इस फाइनल से पहले भी हम खुद को इसी तरह खुश रखना चाहते हैं।”
फाइनल मैच से पहले पहले ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने प्रेंस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कहा कि रोहित शर्मा और विराट कोहली को आउट करने के लिए उनके पास खास प्लान है। हालांकि, उन्होंने यह बात स्वीकार की कि उन्हें शमी से बचकर रहना होगा।
कमिंस ने कहा “पिच काफी अच्छी लग रही है, टूर्नामेंट में पहले भी इसका इस्तेमाल किया जा चुका है। मिचेल स्टार्क और जोश हेजलवुड को फाइनल में अच्छा प्रदर्शन करना चाहिए।” अहमदाबाद में भारतीय टीम को जबरदस्त समर्थन मिलता है और विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ मैच में यह देखा गया था। इसे लेकर कमिंस ने कहा “भारत बहुत अच्छी टीम है। भीड़ जाहिर तौर पर एकतरफा (भारत के समर्थन में) होने वाली है।”