छत्तीसगढ़ डेस्क। विश्व शौचालय दिवस के अवसर पर “हमारा शौचालय हमारा सम्मान“ अभियान का शुभारंभ उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा द्वारा किया गया है।
यह अभियान 19 नवंबर से 10 दिसंबर 2024 तक चलेगा, जिसका उद्देश्य शौचालय के उपयोग को बढ़ावा देना और ओडीएफ से ओडीएफ प्लस के स्थायित्व को बढ़ावा देना है। मंगलवार को ई सेवा केंद्र में वीसी के माध्यम से प्रदेश स्तर पर उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने “हमारा शौचालय, हमारा सम्मान अभियान“ की शुरुआत की है।
इस अभियान में उप मुख्यमंत्री ने पंचायत, विकासखंड एवं जिला स्तर पर सरंपच,सचिव और स्वच्छता ग्राहियों से बातकर उनका अनुभव जाना। उन्होंने कार्यक्रम में शामिल सभी को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रदेश में 36 लाख से अधिक व्यक्तिगत शौचालय और 14 हजार से अधिक सामुदायिक शौचालय का निर्माण हुआ है। स्वच्छ भारत मिशन में सभी वर्ग जुड़कर माताओं बहनों के सम्मान के लिए घर घर-घर शौचालय बनवा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हमारा शौचालय हमारा सम्मान अभियान में स्कूली बच्चों को शामिल कर लोगों को शौचालय के रखरखाव और इस्तेमाल के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि हमारा प्रदेश ओडीएफ बन चुका है। अब इसमें ओडीएफ प्लस की ओर बढ़ना है।
स्वच्छ ग्राहियों द्वारा डोर टू डोर कचरा कलेक्शन और कचरा निपटान के लिए कार्य करना है। उन्होंने सरपंचों से गांवों को प्लास्टिक मुक्त बनाने की दिशा में कदम उठाने को कहा। उन्होंने बताया कि इस अभियान के माध्यम से शौचालयों के उपयोग, निर्माण और उनकी स्थिति में सुधार की दिशा में कई महत्वपूर्ण पहल किए जाएंगे।
अभियान की प्रमुख गतिविधियां –
“हमारा शौचालय, हमारा सम्मान“ अभियान में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
इसमें प्रमुख रूप से व्यक्तिगत शौचालय निर्माण, सामुदायिक शौचालयों का सुधार, और सफाई मित्रों के लिए विशेष कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा।
व्यक्तिगत शौचालय निर्माणः- अभियान के तहत पात्र परिवारों को व्यक्तिगत शौचालय निर्माण के लिए स्वीकृति पत्र दिए जाएंगे। ताकि शौचालय निर्माण को प्रोत्साहन मिले और हर घर में शौचालय की सुविधा उपलब्ध हो।
- बेस्ट शौचालय प्रतियोगिताः- ग्राम पंचायत स्तर पर व्यक्तिगत शौचालयों की प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी।
सामुदायिक शौचालयों की स्थिति का आंकलनः स्कूलों, आंगनबाड़ी केन्द्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में सामुदायिक शौचालयों की स्थिति का निरीक्षण किया जाएगा। जहां शौचालयों की कमी होगी, वहां निर्माण हेतु विभिन्न योजनाओं से स्वीकृति दी जाएगी।
स्वच्छाग्रही सम्मान और डिग्निटी कैम्पः– सफाई कर्मचारियों और स्वच्छता ग्राहियों को जनकल्याणकारी योजनाओं से जोड़ा जाएगा। साथ ही, उनके सम्मान में डिग्निटी कैम्प का आयोजन भी किया जाएगा, ताकि उनकी सेवाओं को सराहा जा सके।
जल परीक्षणः- जल प्रदाय योजनाओं के अंतर्गत जल का परीक्षण किया जाएगा। इससे जल की गुणवत्ता को सुनिश्चित किया जाएगा, जिससे लोगों को सुरक्षित पेयजल मिल सकेगा।