मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार सुबह हनुमानगढ़ी पहुंचकर बजरंगबली के दरबार में हाजिरी लगाई। यहां दर्शन-पूजन करने के बाद मुख्यमंत्री श्रीराम जन्मभूमि पहुंचे, जहां उन्होंने भगवान रामलला के भी दर्शन पूजन किए और जनमानस के सुखी व स्वस्थ होने की प्रार्थना की। यहां के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कारसेवकपुरम पहुंचे। यहां उन्होंने अयोध्या के संतों के साथ मुलाकात की।
मुलाकात में उन्होंने दीपोत्सव आयोजन में सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया व दीपावली की शुभकामनाएं दीं। कारसेवकपुरम में संतों से मुलाकात कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि दीपोत्सव अयोध्या की पहचान बन गया है, दीपोत्सव से देशवासियों को दुनिया में सम्मान मिलता है। आरएसएस के नेतृत्व और पूज्य संतों के आशीर्वाद से भव्य राम मंदिर में रामलला विराजमान हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि अयोध्या के नागरिकों और संतों ने जो कहा, सरकार ने वो कर दिखाया है, अब आप सभी का दायित्व है कि इस सम्मान को बुलंदियों तक पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि यह समय चैन से सोने का नहीं है, जो सोएगा वो खोएगा। जाति, मत, भाषा, मजहब के नाम पर हमें बटना नहीं है। हम बटेंगे तो कटेंगे। उन्होंने कहा कि बजरंगबली की गदा सदा सनातन विरोधियों पर चलेगा।
सनातन और भारत को नुकसान अब नहीं चलेगा। हमारे अस्तित्व पर सवाल उठाने वालों का डटकर मुकाबला करना होगा। भारत का हित सनातन धर्म के साथ जुड़ा है। हमारी पहचान विज्ञापन नहीं, हमारे सेवा के संकल्प होने चाहिए। उन्होंने श्रीराम मंदिर के लिए बलिदान देने वाले लोगों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।