- दिल्ली. जिम कॉलिंस और शिवखेड़ा जैसे मोटिवेशनल गुरुओं को अपना मेंटर माननेवाले शशि भूषण सिंह धीरे-धीरे कॉरपोरेट जगत का जाना-माना नाम बनते जा रहे हैं. वो फार्च्यून 500 कंपनियों के सीईओ और सीएफओ समेत अन्य अधिकारियों को कॉरपोरेट कम्युनिकेशन की ट्रेनिंग देते हैं. हाल में ही उन्होंने नोएडा में एडवांस कम्युनिकेशन और कॉरपोरेट स्टेटजीज के तहत एक सेमिनार का आयोजन किया, जिसमें कॉरपोरेट से जुड़ी बड़ी हस्तियों ने हिस्सा लिया.
शशि भूषण सिंह की बात करें, तो वो ब्रिटिश काउंसिल से पढ़े हैं. गांधी की कर्मभूमि रहे चंपारण के रहनेवाले शशि भूषण किसान परिवार से आते हैं, लेकिन आंखों में सपने लेकर दिल्ली आए और यहां पर सीए की तैयारी शुरू की. मेहनती शशि भूषण का दिल्ली में कॉरपोरेट जगत से परिचय हुआ और इन्हें लगा कि बिना अंग्रेजी के काम आगे नहीं चलनेवाला है, इसलिए शशि भूषण ने अंग्रेजी में मास्टरी करने का निश्चय किया और ब्रिटिश काउंसिल में एडमिशन लिया.
ब्रिटिश काउंसिल की फीस मंहगी होने के बाद भी हिम्मत नहीं हारी. कुछ कर गुजरने की तमन्ना थी. इसलिए डटे रहे और इसमें शशि भूषण का साथ इनके पिता ने दिया. बेटे को हौसला देते रहे. शशि भूषण ने छह साल तक ब्रिटिश काउंसिल में पढ़ाई की. अंग्रेजी के साथ पर्सनालिटी ट्रेनिंग में मास्टरी हासिल की और उस मुकाम पर पहुंच गए, जहां पर भारत ही नहीं ब्रिटेन के लोगों को भी पर्सनालिटी ट्रेनिंग देने लगे.
शशि भूषण ने दिल्ली ने लक्ष्मी नगर में अपने इंस्टीट्यूट की स्थापना की है, जहां बड़े पैमाने पर युवाओं और प्रोफेसनल्स को ट्रेनिंग दे रहे हैं. साथ ही अपनी सेवाएं कॉरपोरेट जगत को भी दे रहे हैं. उन्होंने बताया प्रॉक्टर एंड गैंबल, डेलॉइट, पीएमजी, रिलायंस, गुगल और ऐप्पल जैसी कंपनियों के अधिकारियों को ट्रेनिंग दे रहे हैं. इसमें वो फार्च्यून 500 कंपनियों के अधिकारियों को ही ट्रेनिंग देते हैं.
शशि भूषण ने बताया कि हमने कॉरपोरेट ट्रेनिंग का कोर्स तैयार किया है, जिसमें एडवांस कम्युनिकेशन और कॉरपोरेट स्टेटजीज के बारे में सिखाया जाता है. इसमें कॉरपोरेट के बड़े अधिकारियों को ट्रेनिंग दी जाती है, जिसमें वो कैसे कंपनी में काम करें. कैसे खुद को आगे बढ़ाएं. चाहे सेलरी के इंक्रीमेंट में बढ़ोत्तरी हो या फिर कंपनी में प्रमोशन हो. इस सबके बारे में ट्रेनिंग दी जाती है.
शशि भूषण ने बताया कि बड़े पैमाने में ट्रेनिंग का कार्यक्रम चलाया जा रहा है. इसमें देश के अलावा विदेशों से भी कॉरपोरेट के अधिकारी जुड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोर्स ऐसा है, जो प्रतिस्पर्धा के दौर में आगे बढ़ने का मंत्र बनता जा रहा है. कॉरपोरेट जगत की जिन हस्तियों ने ट्रेनिंग ली है. वो इसका लाभ लेकर खुद और कंपनी को फायदा पहुंचा रहे हैं.