सिटी डेस्क। शरद पूर्णिमा की पावन अवसर पर अजय एजुकेशन एंड हेल्थ फाउंडेशन के बैनर तले प्रधानमंत्री मोदी के हाथों सम्मानित मशहूर भजन गायिका मैथिली ठाकुर की भजन संध्या का आयोजन कुरुद में किया गया। जिसमे मैथिली के कंठ से निकले भजनों को सुन श्रोता झूम उठे। अजय फाउंडेशन परिसर कुरूद में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत विधायक अजय चन्द्राकर ने सनातन के महान मुल्यों को स्वर देने वाली गायिका का स्वागत किया। उन्होने आगे कहा कि, वें सफलता की नई उंचाईयों को स्पर्श कर देश विदेश में भारतीय संस्कृति का नाम रोशन करें। फाउंडेशन बनाने के उद्देश्य का जिक्र करते हुए कहा कि हम अलग-अलग गतिविधियों के माध्यम से समाज को कुछ देना चाहते हैं। उन्होंने युवा वर्ग से विचार संस्कार के साथ इस दिशा में काम करने का आह्वान किया।
मैथिली ठाकुर ने अपने सुमधुर भजनों से श्रोताओं को भक्ति संगीत में झुमने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने, मेरे झोपड़ी के भाग खुल जायेंगे राम आएंगे, तोसे नैना मिलाई के, रामसकल गुणधाम की’ भजन गाया तो श्रोता भगवान श्रीराम की भक्ति में झूम उठे। हारमोनियम और तबले की जुगलबंदी के बीच भक्ति रस की कुछ ऐसी छठा बिखरी की अजय फाउंडेशन का पूरा माहौल धर्ममय हो गया।
5 साल की उम्र से गा रही हूं गीत
मशहूर भजन गायिका मैथिली ठाकुर ने कहा कि, मैं भगवान राम के ननिहाल में भगवान राम के ससुराल से आयी हूं। शरद पूर्णिमा के पावन अवसर पर कुरुद वासियों से मिलकर बेहद खुश हूं। संगीत से लगाव होने से जुड़े सवाल पर कहा कि, मैंने संगीत को नहीं चुना, बल्कि संगीत ने मुझे चुना है। घर पर चार- पांच साल की उम्र से लगातार अभ्यास कर रही हूं। उनके दोनों भाई भी इसमें बराबर सहयोग देते है। उन्होंने आगे कहा कि, हर जगह कार्यक्रमों में भजन एवं अन्य अच्छे गानों की प्रस्तुतियां देने का वह प्रयास करती हैं। जिन्हें लोग पसंद करते हैं और गाने के दौरान डिमांड भी करते हैं। सोशल मीडिया पर कलाकारों को अपनी प्रतिभा जाहिर करने का बड़ा अवसर मिलता है। इसका सकारात्मक उपयोग करना चाहिए।