Bihar Film Conclave: बिहार फिल्म कॉन्क्लेव का पटना में आज भव्य आयोजन होगा। इसमें मनोज तिवारी और रवि किशन समेत 65 कलाकार शामिल होंगे।
पटना: बिहार में फिल्म निर्माण को प्रोत्साहन देने और राज्य के कलाकारों को फिल्म, वेब सीरीज, टीवी सीरियल, तथा अन्य डिजिटल कंटेंट क्रिएशन में अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से बिहार फिल्म कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है।
यह कार्यक्रमपटना के होटल ताज में आज आयोजित होगा, जिसमें भोजपुरी सिनेमा के चर्चित कलाकार मनोज तिवारी, रवि किशन समेत 65 दिग्गज कलाकार शामिल होंगे।
इस कॉन्क्लेव का आयोजन बिहार सरकार के कला, संस्कृति एवं युवा विभाग द्वारा किया जा रहा है। इस एकदिवसीय आयोजन का मुख्य उद्देश्य बिहार फिल्म पॉलिसी के बारे में कलाकारों को जानकारी देना और उन्हें इस पॉलिसी का लाभ उठाने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करना है।
इस पॉलिसी के तहत बिहार के कलाकारों और फिल्म निर्माताओं को फिल्म, वेब सीरीज और अन्य डिजिटल कंटेंट निर्माण के लिए 4 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री एवं कला संस्कृति मंत्री विजय कुमार सिन्हा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे, जबकि कला संस्कृति विभाग के सचिव दयानिधाण पांडे और अन्य विभागीय अधिकारी भी इस अवसर पर मौजूद रहेंगे।
बिहार फिल्म पॉलिसी के प्रमुख बिंदु
कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के सचिव दयानिधाण पांडे ने बताया कि इस पॉलिसी के तहत बिहार में फिल्म निर्माण को बढ़ावा देने के लिए कलाकारों और निर्देशकों को कई सुविधाएं दी जाएंगी। इसमें 4 करोड़ रुपये की सहायता राशि के अलावा, बिहार के स्थानीय कलाकारों को मौका देने पर 50 लाख रुपये तक की अतिरिक्त राशि भी दी जाएगी।
साथ ही, शूटिंग के लिए आवश्यक एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) प्राप्त करने की प्रक्रिया को सरल बनाया गया है। अब सिंगल विंडो सिस्टम के माध्यम से कलाकार और निर्माता विभाग से सीधे सभी आवश्यक एनओसी प्राप्त कर सकेंगे, जिससे उन्हें इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
इसके अतिरिक्त, कला के प्रति रुचि रखने वाले छात्रों को भी विशेष लाभ प्रदान किया जाएगा। अगर बिहार के छात्र एनएसडी (नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा), सत्यजीत रे फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टिट्यूट, या भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (FTII) जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में दाखिला लेते हैं, तो उनकी पूरी ट्यूशन फीस सरकार वहन करेगी, जिसे छात्रों को लौटाना नहीं होगा।
रोजगार और विकास की संभावनाएं
दयानिधान पांडे ने यह भी बताया कि बिहार में फिल्म निर्माण शुरू होने से राज्य में रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे। स्थानीय कलाकारों और तकनीशियनों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा, और इससे राज्य की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा।
इसके साथ ही, भविष्य में बिहार में फिल्म सिटी के निर्माण का प्रस्ताव भी रखा जाएगा, ताकि राज्य में फिल्म निर्माण को और अधिक बढ़ावा मिल सके। इसके अलावा, नई फिल्मों के संपादन के लिए एडिटिंग लैब भी बनाई जाएगी।
इस कॉन्क्लेव में आने वाले दिनों में आयोजित होने वाले फिल्म महोत्सवों और कलाकारों को पुरस्कृत करने के विभिन्न मापदंडों पर भी चर्चा की जाएगी।