अखिलेश यादव का महिला वोटरों पर फोकस, सपा की खास रणनीति
UP Bypoll Akhilesh Yadav: उत्तर प्रदेश के उपचुनावों के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) ने एक विशेष योजना तैयार की है, जिसमें महिला वोटरों को गोलबंद करने का खास प्लान बनाया गया है। अखिलेश यादव ने महिला मतदाताओं के समर्थन को हासिल करने के लिए एक सटीक रणनीति बनाई है, जिसके तहत महिला प्रत्याशियों को टिकट देकर एक मजबूत संदेश देने की कोशिश की जा रही है।
तीन महिलाओं को टिकट, बड़ा संदेश
सपा ने अब तक जिन छह सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए हैं, उनमें से तीन सीटों पर महिलाओं को मौका दिया गया है। सीसामऊ से नसीम सोलंकी, कटेहरी से शोभावती बिंद, और मझंवा से डॉ. ज्योति बिंद को टिकट दिया गया है। हालांकि, यह सभी महिलाएं सपा के कुछ बड़े नेताओं के परिवार से संबंधित हैं, लेकिन इससे पार्टी का महिला सशक्तीकरण और उनके मताधिकार को लेकर गंभीरता का संदेश देने की कोशिश की गई है।
महिला मुद्दों पर अखिलेश का जोर
अखिलेश यादव महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर लगातार सक्रिय रहे हैं। वे सोशल मीडिया के जरिए सरकार पर कटाक्ष करते हुए महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों को प्रमुख मुद्दा बना रहे हैं। अखिलेश ने हाल ही में कहा था कि महिलाओं से जुड़े अपराधों को वे संसद में उठाएंगे, और आगामी विधानसभा सत्र में सपा विशेष रूप से इन मामलों को उठाने की तैयारी कर रही है।
महिलाओं पर बढ़ता फोकस
सपा के मिशन यूपी में महिलाओं का समर्थन एक महत्वपूर्ण रणनीति का हिस्सा है। पार्टी ने पीडीए (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) के फार्मूले पर भरोसा जताते हुए महिला मतदाताओं को अपने पक्ष में गोलबंद करने की कोशिश की है। इसमें हर वर्ग की महिलाओं को शामिल किया गया है, ताकि सपा के लिए एक व्यापक जनसमर्थन सुनिश्चित किया जा सके।
आगे की योजना
अभी तक चार और सीटों पर उम्मीदवार घोषित होना बाकी है, और यह संभावना जताई जा रही है कि सपा एक और महिला को टिकट दे सकती है। इसके साथ ही कांग्रेस को कितनी सीटें दी जाएंगी, इस पर भी अभी चर्चा चल रही है। सपा की ओर से लोकसभा में भी महिलाओं का प्रतिनिधित्व मजबूत है, जिसमें डिंपल यादव, इकरा चौधरी, रुचिवीरा, कृष्णादेवी पटेल और प्रिया सरोज शामिल हैं।
उपचुनाव में महिला वोटरों पर नज़र
उत्तर प्रदेश की दस विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की घोषणा इसी महीने होने वाली है, और सपा ने इन्हें जीतने के लिए महिला वोटरों को लुभाने की पूरी कोशिश की है। महिला वोटरों की अहमियत को समझते हुए पार्टी ने अपराध, सुरक्षा और सशक्तिकरण जैसे मुद्दों को अपने एजेंडे में प्रमुखता दी है।