नर्मदा न्यूज़ छत्तीसगढ़ डेस्क। रायपुर पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए सोना, चांदी और नगदी चोरी करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के सरगना किरन बबन पाटिल समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह रायपुर के विभिन्न कॉलोनियों में लगातार चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहा था। गिरोह से 15 लाख रुपये की चोरी की संपत्ति भी बरामद की गई है।
अपराध की योजना और गिरोह की सक्रियता
रायपुर जिले में बढ़ रही चोरी की घटनाओं को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) संतोष सिंह ने पुलिस की एक विशेष टीम का गठन किया था। इस टीम को जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में चोरी और नकबजनी की घटनाओं पर अंकुश लगाने का जिम्मा सौंपा गया। इसी क्रम में 28 सितंबर को हनुमान प्रसाद दुबे नामक व्यक्ति ने थाना सिविल लाईन में शिकायत दर्ज कराई कि उनके घर और उनके पड़ोसी के घर से नगदी और कीमती आभूषण चोरी हो गए हैं।
हनुमान प्रसाद के अनुसार, वह 28 सितंबर को अपने काम के लिए घर से बाहर गए थे। जब वह शाम को लौटे, तो उन्हें पता चला कि उनके घर के दरवाजे का कुंदा तोड़कर अज्ञात चोरों ने लोहे की आलमारी से 1,82,000 रुपये नकद चोरी कर लिए थे। साथ ही, चोरों ने उनके पड़ोसी सुरेश बिजलानी के घर का भी ताला तोड़कर करीब 3,50,000 रुपये के सोने, चांदी और डायमंड के जेवरात चुरा लिए थे। इन घटनाओं के आधार पर थाना सिविल लाईन में अपराध क्रमांक 517/24 धारा 305, 331(3), 3(5) बी.एन.एस. के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।
जांच की प्रक्रिया और गिरफ्तारी
थाना सिविल लाईन और एसीसीयू (एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट) की संयुक्त टीम ने घटनास्थल के आसपास के लोगों से पूछताछ की और सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू किए। फुटेज के आधार पर चोरों द्वारा इस्तेमाल की गई स्कूटी की पहचान की गई, जिसे ग्राम छाती, जिला धमतरी में अंतिम बार देखा गया। पुलिस ने तत्काल वहां पर दबिश दी और मुख्य आरोपी किरन बबन पाटिल तथा उसके साथी संदीप लक्ष्मण भोसले को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने चोरी की घटनाओं को अंजाम देने की बात स्वीकार कर ली।
आरोपियों का आपराधिक इतिहास और गिरोह की गतिविधि
गिरोह का मास्टरमाइंड किरन बबन पाटिल, महाराष्ट्र के सांगली जिले का रहने वाला है। वह पूर्व में भी चोरी, लूट, मारपीट और गांजा तस्करी जैसे मामलों में जेल जा चुका है। पूछताछ में किरन पाटिल ने बताया कि वह अपने पुराने साथियों के साथ मिलकर रायपुर के कुशाभाऊ ठाकरे कॉलोनी और श्रीराम हेरिटेज में रेकी करने के बाद चोरी की योजनाएं बनाता था। उसने अपनी दूसरी पत्नी के साथ धमतरी के ग्राम छाती में रहना शुरू किया था और वहीं से चोरी की पूरी साजिश को अंजाम देता था।
मशरूका की बरामदगी
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से चोरी किए गए चांदी के जेवरात, नकद रकम, और चोरी में इस्तेमाल की गई टाटा हैरियर कार, स्कूटी, लोहे का चाकू, एक पिस्टल, तीन कारतूस, दो मैग्जीन और लोहे का कटर बरामद किया है। जप्त किए गए सभी सामान की कुल कीमत 15 लाख रुपये आंकी गई है।
फुटेज से सुलझा मामला
पुलिस के अनुसार, इस मामले को सुलझाने में सीसीटीवी फुटेज और मुखबिरों की महत्वपूर्ण भूमिका रही। पुलिस ने फुटेज का गहन विश्लेषण किया, जिससे घटना में इस्तेमाल की गई स्कूटी का सुराग मिला। इसके बाद पुलिस ने ग्राम छाती, धमतरी में जाकर आरोपियों को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार आरोपी :
किरन बबन पाटिल, उम्र: 35 वर्ष, मूल निवासी: कुमाठे तासगांव, जिला सांगली, पुणे, महाराष्ट्र, वर्तमान निवासी: ग्राम छाती, थाना कुरूद, जिला धमतरी।
संदीप लक्ष्मण भोसले, उम्र: 36 वर्ष, निवासी: वस्तु फारेस्ट हाउसिंग सोसायटी, पुणे, महाराष्ट्र।
पुलिस की सतर्कता और प्रयास
एसएसपी संतोष सिंह के निर्देश पर रायपुर जिले की पुलिस ने चोरियों पर अंकुश लगाने के लिए गहन पेट्रोलिंग और मुखबिरों का नेटवर्क विकसित किया था। इसके साथ ही सभी थाना प्रभारियों को चोरी की घटनाओं में शामिल आरोपियों पर कड़ी नजर रखने और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए थे। इस मामले में थाना सिविल लाईन से सहायक उपनिरीक्षक लक्ष्मीनारायण साहू, प्र.आर. मेलाराम प्रधान, आर. केशव यदू और एसीसीयू से अतुलेश राय समेत पूरी टीम ने मिलकर अहम भूमिका निभाई।
आगे की कार्रवाई और अपील
गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के बाद अन्य फरार आरोपियों की भी पहचान की जा रही है। पुलिस का मानना है कि इस गिरोह ने रायपुर और आसपास के अन्य क्षेत्रों में भी कई घटनाओं को अंजाम दिया होगा। मामले की जांच जारी है और पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।