रायपुर। राजधानी में बच्चा चोर गैंग सक्रिय है। ताजा मामला विधानसभा रोड स्थित आमासिवनी का है। पीड़ित परिवार और ने पुलिस को इसकी जानकारी दी है। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है। दरअसल आमासिवनी गाँव में 1 अक्टूबर को एक 13 वर्षीय बच्ची के अपहरण का प्रयास हुआ। इस घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। अल्का साहू नाम की यह बच्ची, जो आमासिवनी गाँव के सरकारी स्कूल में 7वीं कक्षा की छात्रा है, उस समय अपने घर लौट रही थी जब दो अज्ञात लोगों ने उसका अपहरण करने की कोशिश की। अल्का की सूझबूझ और साहस ने उसकी जान बचाई, और वह सुरक्षित अपने घर पहुंचने में कामयाब रही।
घटना का विवरण:
1 अक्टूबर 2024 को दोपहर करीब 1:30 बजे अल्का स्कूल से घर जा रही थी। उसी दौरान, दो अज्ञात व्यक्तियों ने उसे बहलाने की कोशिश की और उसे जबरन एक चार पहिया वाहन में बैठाने की कोशिश की। उस वाहन में पहले से ही 3-4 अन्य बच्चे बैठे हुए थे, जो रो रहे थे। यह दृश्य देखकर अल्का को स्थिति की गंभीरता का एहसास हुआ।
अपहरणकर्ताओं की इस हरकत को देखकर अल्का ने तुरंत साहस दिखाया। उसने एक अपहरणकर्ता के हाथ पर जोर से काटा और किसी तरह से खुद को उनके चंगुल से छुड़ाकर भाग निकली। इस तरह वह अपनी जान बचाकर भागते हुए सीधे अपने घर पहुंची। इस घटना के बाद अल्का ने अपने शिक्षकों को पूरी घटना बताई।
गाँव में दहशत का माहौल
अल्का की माँ, दुर्गा साहू, जो कि गाँव की निवासी हैं, ने भी इस घटना की पुष्टि की। दुर्गा साहू ने बताया कि घटना के बाद से गाँव के अधिकांश बच्चे डरे हुए हैं और उनके परिवारजन भी इस घटना से चिंतित हैं। अपहरण की इस कोशिश ने पूरे गाँव में खौफ और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है।
स्कूल प्रशासन और पुलिस से मदद की मांग
अल्का, जो शाम को गाँव में चलने वाली ओपन स्कूलिंग के कार्यक्रम में भी हिस्सा लेती है, ने अपनी शाम की कक्षाओं के शिक्षकों को भी इस घटना की जानकारी दी। सुधा ओपन स्कूल के संचालक जीके भटनागर ने 4 अक्टूबर को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. संतोष कुमार सिंह को लिखित शिकायत सौंपकर इस घटना की जांच की मांग की है। वहीं दुर्गा साहू ने विशेष रूप से गाँव में गश्त बढ़ाने की मांग की है ताकि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
जाँच और सुरक्षा की मांग
इस घटना के बाद गाँव के लोग प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। घटना के बाद से आमासिवनी गाँव के बच्चों और उनके माता-पिता में डर और असुरक्षा की भावना गहराई है। दुर्गा साहू और अन्य ग्रामीणों ने पुलिस से अपील की है कि इस मामले को विशेष मामला मानकर तत्काल जांच की जाए और गाँव में गश्त बढ़ाई जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
आमासिवनी की यह घटना बच्चों की सुरक्षा के मुद्दे पर एक गंभीर चेतावनी है। अल्का ने जिस बहादुरी का परिचय दिया, वह काबिल-ए-तारीफ है, लेकिन इस घटना ने यह भी दिखाया कि अपहरण और अपराध के खिलाफ सतर्कता और जागरूकता कितनी जरूरी है।