रायपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या मामले में अब प्रशासन ने एक्शन लिया है। मुख्य आरोपी चंद्राकर के अवैध कब्जे और प्लांट पर बुलडोजर की कार्रवाई की गई हैं। बुलडोजर की कार्रवाई कर आरोपी के अवैध संपत्ति को जमींदोज कर दिया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में मौके पर पुलिस फोर्स मौजूद थे। लापता पत्रकार मुकेश चन्द्राकर का शव 2 जनवरी को मुख्य आरोपी सुरेश चन्द्राकर के बाड़े में सेप्टिक टैंक के अंदर मिला था। पूरे मामले में अब तक 3 लोगो की गिरफ्तारी हो चुकी है। वहीं मुख्य आरोपी अब भी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।
मामलें में अबतक का अपडेट
शनिवार सुबह पत्रकार मुकेश चंद्राकर का हत्यारा दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया. छत्तीसगढ़ पुलिस ने मुख्य आरोपी रितेश चंद्राकर समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. सभी आरोपी से पूछताछ की जा रही है।
पुलिस ने तीन आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. इनमें मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर के अलावा रितेश चंद्राकर और दिनेश चंद्राकर शामिल हैं, ये तीनों आपस में भाई हैं।
पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या की खबर से स्तब्ध प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ समयबद्ध कार्रवाई की मांग की है। इसके साथ प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया से मामले का संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार से उचित कार्रवाई करने की मांग की करने को कहा है।
मुकेश चंद्राकर के अंतिम संस्कार से पहले पत्रकारों के अपनी मांग को लेकर अड़े रहे। पत्रकारों की मांगों व पत्रकार मुकेश चंद्राकर को शहीद का दर्जा देने के साथ ठेकेदार सुरेश चंद्राकर की बीजापुर सहित बस्तर संभाग में जितनी भी संपत्तियां है, उसे जब्त कर सरकारी संपत्ति घोषित करने, हत्याकांड में संलिप्त सुरेश चंद्राकर, रितेश चंद्राकर और अन्य लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज और फांसी की सजा देने की मांग कर रहे हैं।
पत्रकार मुकेश चंद्राकर के अंतिम यात्रा में वन मंत्री केदार कश्यप, बस्तर सांसद-महेश कश्यप ,कांग्रेस विधायक विक्रम मण्डावी, रायपुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष समेत प्रदेश भर के पत्रकार शामिल हुए।
राजभवन के सामने धरने पर बैठ गए पत्रकार
राजधानी रायपुर के पत्रकारों ने प्रदर्शन किया और मार्च निकला, रायपुर प्रेस क्लब के नेतृत्व में पत्रकारों ने प्रेस क्लब के सामने धरना दिया। इसके बाद राज्यपाल को ज्ञापन देने राजभवन पहुंचे। हालाँकि उन्हें राज्यपाल से मिलने नहीं दिया गया। जिसके बाद आक्रोशित पत्रकार राजभवन के गेट नंबर-3 पर धरने पर बैठ गए। राजभवन मार्च के बाद पत्रकार साथी डॉ. भीमराव अंबडेकर चौक पहुँचे। पत्रकारों ने साथी मुकेश को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की और दो मिनट का मौन रखा.रायपुर प्रेस क्लब निर्णय है कि न्याय के लिए लड़ाई जारी रहेगी। साथ ही सरकार से यह मांग है कि राज्य में पत्रकारों की सुनिश्चित करेगी।
बीजापुर में भी चक्का जाम
पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के विरोध में बीजापुर में भी प्रदर्शन किया गया। पत्रकारों ने नेशनल हाइवे पर चक्काजाम किया। प्रदर्शन के दौरान पत्रकारों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। इस दौरान नेशनल हाइवे पर जाम लग गया है. गाडी की लम्बी कतारें लग गयी। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहे। वहीँ पत्रकारों ने उचित कार्रवाई न की जाने पर 5 जनवरी से बीजापुर में अनिश्चिकालीन चक्का जाम की घोषणा की है।
सीएम के निर्देश पर हुआ 11 सदस्यीय एसआईटी का गठन
हमारी सरकार ने प्रकरण की पूरी विवेचना हेतु अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, आईपीएस मयंक गुर्जर के नेतृत्व में 11 सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है। फारेंसिक टीम भी साइंटिफिक एवं तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर घटना की जांच कर रही है। इस प्रकरण के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही आरोपी द्वारा किये गए अवैध निर्माण को भी ध्वस्त किया गया है। ऐसी घटना अत्यंत निंदनीय है और इसकी पुनरावृत्ति न हो इसके लिए आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देने के निर्देश हमने दिए हैं : विष्णुदेव साय ( मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़)
एसआईटी में इन अफसरों को किया गया है शामिल
मयंक गुर्जर भापुचे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, जिला बीजापुर
रुचि वर्मा, उप पुलिस अधीक्षक अजाक जिला दंतेवाड़ा
शरद जागसवाल, उप पुलिस अधीक्षक, जिला बीजापुर
गीतिका साहू, उप पुलिस अधीक्षक, जिल्ला बस्तर, जगदलपुर
कांग्रेस नेता सुरेश चंद्राकर और अन्य आरोपियों के जितने भी बैंक खाते हैं, उन खातों को चिन्हांकित करके सील करने का काम किया जा रहा है और विगत 4 घंटो में कांग्रेस नेता सुरेश चंद्राकर के खातों को होल्ड भी कर दिया गया है। : विजय शर्मा ( उपमुख्यमंत्री , छत्तीसगढ़)
कांग्रेसियों का मूल मंत्र है.. जो उनके भ्रष्टाचार से टकराएगा चूर-चूर हो जाएगा। और वही किया कांग्रेसी ठेकेदार ने बीजापुर के जांबाज पत्रकार मुकेश के साथ,हत्या के आरोपी ठेकेदार की पैरवी करने वालों ने नैतिकता को शर्मसार किया है: अरुण साव ( उपमुख्यमंत्री , छत्तीसगढ़)
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री अरुण साव, जिनके पास ही PWD विभाग में हुए बड़े सड़क घोटाले को जब पत्रकार मुकेश चंद्राकर ने उजागर किया तो उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया: भूपेश बघेल ( पूर्व मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़)