सीजी डेस्क। जामुल पुलिस ने एक बड़े ऑक्सीजन सिलेंडर चोर गिरोह का भंडाफोड़ किया है। गिरोह के सदस्य सिलेंडरों की चोरी कर उन्हें बेहद कम कीमतों पर बेचते थे और इस पैसे से पार्टी करते थे। पुलिस ने गिरोह से 10 लाख रुपए से अधिक कीमत के 103 ऑक्सीजन सिलेंडर बरामद किए हैं और 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। फिलहाल पुलिस इस मामले में दो अन्य फरार आरोपियों की तलाश कर रही है।
ऑक्सीजन रिफलिंग फैक्ट्री से हो रही थी सिलेंडरों की चोरी
ऑक्सीजन सिलेंडरों की चोरी की शिकायत स्थानीय ऑक्सीजन रिफलिंग फैक्ट्री के संचालक राकेश शर्मा ने दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि कई महीनों से उनके फैक्ट्री से लगातार सिलेंडर चोरी हो रहे थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने जांच शुरू की और मुखबिर की सूचना पर पता चला कि इस चोरी में फैक्ट्री का ही एक कर्मचारी शामिल था। वह गाड़ियों के चालकों के साथ मिलकर सिलेंडरों की चोरी करता था।
गिरोह का पर्दाफाश
पुलिस ने जब फैक्ट्री के एक कर्मचारी को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो उसने चोरी का पूरा खुलासा कर दिया। आरोपी कर्मचारी गाड़ियों में अधिक सिलेंडर लोड करता था और बाद में इन्हें बाजार में बेहद सस्ते दामों पर बेच दिया जाता था। एक सिलेंडर जिसकी कीमत 10 हजार रुपए थी, उसे महज 200 रुपए में बेच दिया जाता था। इन पैसों का इस्तेमाल आरोपी पार्टी करने में करते थे। ये चोरी किए गए सिलेंडर रायपुर के एक व्यापारी को बेचे जाते थे, जो उन्हें हॉस्पिटलों में खपाता था।
103 सिलेंडर बरामद, मुख्य आरोपी फरार
पुलिस ने अब तक 103 ऑक्सीजन सिलेंडर जब्त किए हैं, जिनकी कुल कीमत 10 लाख 32 हजार रुपए है। हालांकि, दो मुख्य आरोपी अभी भी फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश में जुटी है।
गिरफ्तार आरोपी
पकड़े गए आरोपियों में ज्ञानेंद्र गुप्ता (40) निवासी उरला रायपुर, पंचराम यादव, चैन सिंह देवांगन, रविशंकर यादव, नकुल विश्वकर्मा (40), मुन्नालाल (38), अरुण पटेल (34), नरेश कुमार (40), राकेश पाल (35) और सोनू शर्मा (35) शामिल हैं। सभी आरोपी जामुल और उसके आसपास के क्षेत्रों के निवासी हैं।
पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है और जल्द ही फरार आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।