सीजी डेस्क। छत्तीसगढ़ के धरसींवा क्षेत्र में अवैध शराब बिक्री के खिलाफ कड़ा कदम उठाते हुए विधायक अनुज शर्मा ने खुद मौके पर जाकर कोचियों पर कार्रवाई की। ग्राम गिरौद में एक लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान महिलाओं ने विधायक से शिकायत की कि गांव में अवैध शराब की बिक्री हो रही है, जिसके बाद विधायक ने तुरंत कार्रवाई का फैसला किया।
विधायक शर्मा ने महिलाओं के साथ मिलकर कोचियों के घरों पर छापा मारा, जिसमें 3 पाव अवैध शराब जब्त की गई। पिता-पुत्र यशवंत वर्मा और आयुष वर्मा के घर से एक-एक लीटर की दो बोतलें भी मिलीं। इसके बाद आरोपियों को पुलिस के हवाले कर दिया गया। इस कार्रवाई में ग्रामीण महिलाओं ने कोचियों द्वारा बनाए गए अवैध अहाते को भी ध्वस्त कर दिया।
अवैध शराब पर “जीरो टॉलरेंस”
विधायक अनुज शर्मा ने कहा, “अवैध शराब की बिक्री पर जीरो टॉलरेंस की नीति है। जब तक ग्रामीणों का सहयोग नहीं मिलेगा, इस सामाजिक बुराई को रोक पाना मुश्किल होगा। अवैध शराब की बिक्री पर किसी तरह की ढील नहीं दी जाएगी।” उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि उनकी शिकायतों पर भविष्य में भी इसी प्रकार कार्रवाई होती रहेगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल
गांव के निवासियों ने बताया कि पुलिस और आबकारी विभाग की मिलीभगत से अवैध शराब की बिक्री लंबे समय से जारी है। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस और आबकारी विभाग की शह पर यह धंधा फल-फूल रहा है। महिलाओं ने खुलेआम दबंगई दिखाने वाले शराब विक्रेता की झोपड़ी को भी ढहा दिया, जिससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं।
दो कोचिये पुलिस के हवाले
विधायक के नेतृत्व में की गई इस छापेमारी के दौरान दो कोचियों को पुलिस के हवाले किया गया और उनके खिलाफ धारा 34 (1) और आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई की गई। यह घटना पुलिस और आबकारी विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करती है, क्योंकि अवैध शराब के इस काले कारोबार पर पहले कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई थी।
आगे की कार्रवाई जारी
विधायक की इस सक्रियता से ग्रामीणों में एक उम्मीद जगी है कि क्षेत्र में अवैध शराब की बिक्री पर अंकुश लगाया जा सकेगा। ग्रामीणों ने प्रशासन से अपेक्षा जताई है कि अवैध धंधों पर नकेल कसने के लिए और भी सख्त कदम उठाए जाएंगे।