सीजी डेस्क। राज्य के करीब 1 लाख 80 हजार शिक्षक गुरुवार को सामूहिक छुट्टी लेकर एक दिवसीय हड़ताल पर हैं। शिक्षक वेतन विसंगति, क्रमोन्नति, समयमान, पदोन्नति, पेंशन समेत अपनी मांगों को लेकर जिला मुख्यालय में प्रदर्शन करेंगे। वहीं शिक्षकों के एक साथ हड़ताल पर चले जाने पर बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। यह प्रदर्शन छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले होगा।
मोर्चा के प्रदेश संचालक वीरेंद्र दुबे ने कहा कि, आज प्रदेश के सभी शिक्षक रैली निकालकर सीएम और सचिव के नाम पर ज्ञापन सौपेंगे। हमारी मुख्य मांग है कि, सरकार बनने के पहले जन घोषणा पत्र जो था, उसमें मोदी की गारंटी के तहत सहायक शिक्षकों की वेतनमान दूर करने की बात कही गई थी। इसके साथ बोनस वेतनमान देने की बात कही गई थी और केंद्र के सामान देय तिथि से महगाई भत्ता देने की बात कही गई थी। लेकिन सरकार अब तक कोई मांग पूरा नहीं किया है।
अपना वादा पूरा करे सरकार
उन्होंने आगे कहा कि, मांगे पूरी ना होने की वजह से समस्त शिक्षक काफी आक्रोशित हैं। आज हजारों की संख्या में प्रदेश के शिक्षक रैली निकालकर जिला मुख्यालय में मुख्यमंत्री और सचिव के नाम ज्ञापन सौपेंगे। उन्होंने आगे कहा कि, हमारी मांग है कि, सरकार ने जो वादा किया है उसे पूरा करे, अन्यथा आने वाले समय में भी चरणबद्ध हमारा आंदोलन जारी रहेगा। हम चाहते हैं कि, सरकार ने जो वादा किया है, उसको पूरा करे, ताकि, शिक्षक स्कूलों में जाकर पढ़ाई करवाएं।
शासन- प्रशासन को ठहराया जिम्मेदार
प्रदेश संचालक वीरेंद्र दुबे ने आगे कहा कि, आज पूरे स्कूलों में तालाबंदी की स्थिति है। क्योंकि, पूर्व में भी हमारे द्वारा मुलाकात और ज्ञापन देकर अवगत कराया गया था। लेकिन लगातार अनदेखी करने के कारण, शिक्षक विवश होकर सड़क पर लड़ाई लड़ रहे हैं। जिसके लिए पूरी तरह से शासन- प्रशासन जिम्मेदार है।