सीजी डेस्क। छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में 7 दिसंबर से 100 दिवसीय निक्षय निरामय पहचान और उपचार अभियान शुरू होने जा रहा है। इसके माध्यम से मितानिन तथा स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर टीबी, कुष्ठ तथा वयोवृद्ध कार्यक्रम अंतर्गत मरीज का चिन्हांकन करेंगे। पश्चात उनकी जांच तथा उपचार की व्यवस्था की जायेगी। बेमेतरा कलेक्टर रणबीर शर्मा की निगरानी में इस अभियान का क्रियान्वयन होगा।
अभियान के संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. यशवंत कुमार ध्रुव एवं जिला क्षय अधिकारी डॉ अशोक कुमार बसोड ने बताया कि अभियान अंतर्गत घरों में उच्च जोखिम समूहों जैसे शराब तथा तम्बाकू का सेवन करने वाले, शुगर या अन्य कोई बीमारी वाले, पुराने टीबी मरीज तथा उनसे संपर्क वाले कुपोषित व्यक्ति तथा साठ वर्ष से अधिक के लोगों की पहचान कर आगे की जांच और उपचार की व्यवस्था की जायेगी।
स्वास्थ्य शिविर लगाकर दिया जाएगा परीक्षण
इसमें स्वास्थ्य शिविर भी लगाए जाएंगे जिसमें स्वास्थ्य परीक्षण किया जायेगा। इस हेतु माइंस, क्रशर, इटभट्टी,उद्योगों में कार्य कर रहे लोगों पर विशेष ध्यान भी दिया जायेगा। चार चरणों का यह अभियान सात दिसम्बर से शुरू होकर 23 मार्च 2025 तक चलेगा। जिले में अभियान की तैयारी हेतु सर्वे दल का प्रशिक्षण पूर्ण हो चुका है। अभियान के प्रचार हेतु ग्रामों में दीवारों पर नारे लेखन, परिचर्चा तथा लघु बैठके की जा रही हैं।