सीजी डेस्क। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने रविवार को एक पत्रकार वार्ता में छत्तीसगढ़ में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में अपराधों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है, जो राज्य में प्रशासन की लचर व्यवस्था को दर्शाता है। दीपावली के मात्र तीन दिनों में रायपुर और इसके आसपास के क्षेत्रों में 11 हत्याएं हो चुकी हैं, जिसमें रायपुर में 7 और भिलाई-दुर्ग जिलों में 4 हत्याएं शामिल हैं। बैज ने राज्य की कानून व्यवस्था की तुलना बिहार और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों से करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में अपराध और हिंसा की स्थिति इन राज्यों से भी खराब हो गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ सरकार राज्य को अशांत करने में जुटी है और जातीय तनाव को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है।
धार्मिक स्थलों पर हमले और बढ़ते अपराध
दीपक बैज ने कहा कि धार्मिक स्थल भी अब सुरक्षित नहीं रह गए हैं। दामाखेड़ा के कबीरपंथी आश्रम पर हाल ही में हुए हमले का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि 50-60 उपद्रवियों ने आश्रम परिसर में आग लगाने का प्रयास किया। उन्होंने दावा किया कि आश्रम के मुख्य द्वार के पास जलता हुआ बम फेंका गया, जिसके बाद परिसर में अफरा-तफरी मच गई।
बैज ने यह भी आरोप लगाया कि बलौदाबाजार में धार्मिक स्थल पर हमला हुआ, लेकिन सरकार ने ध्यान नहीं दिया। उन्होंने बलरामपुर में एक थाने पर हुए हमले का भी जिक्र किया और कहा कि आम जनता का प्रशासन और पुलिस पर से भरोसा उठता जा रहा है।
सरकार के खिलाफ कांग्रेस का आक्रोश और मांग
दीपक बैज ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा कानून व्यवस्था को लेकर सरकार पर दबाव बनाया है। उन्होंने विधानसभा से लेकर सड़कों तक विरोध प्रदर्शन किया, मुख्यमंत्री निवास का घेराव किया और कई बार पदयात्राएं निकालीं, लेकिन सरकार ने किसी भी विरोध या सुझाव को अनदेखा किया है।
उन्होंने मांग की कि प्रदेश की जनता की जान-माल की रक्षा में विफल सरकार के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री को तत्काल पद से हटाया जाए। पत्रकार वार्ता में कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला और प्रवक्ता सत्य प्रकाश सिंह भी उपस्थित थे।