अंबिकापुर. सरफरोश फिल्म की तरह ठगों को पकड़ने के लिए अंबिकापुर संभाग की पुलिस को अपना भेष बदलना पड़ा. कपड़े की दुकान सजानी पड़ी. ठेले पर सब्जी बेचनी पड़ी, पुलिस अपने हथकंडे में कामयाब रही और चिटफंड कंपनी के नाम पर लोगों को ठगने के आरोपियों तक पहुंच गई. उन्हें गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन पर लोगों को चिटफंड कंपनी के नाम पर ठगने का आरोप हैं. ये लोगों को साल भर में पैसा तीन गुना करने का झासा देते थे. लालच में आकर लोगों ने पैसा लगा दिया और जब इन्हें लगा कि भांडा फूटेगा, तो ये सब अपनी दुकान समेट कर फरार हो गए थे.
ये ठगी का मामला एक दशक पुराना है. अक्टूबर 2014 से 2017 के बीच इन लोगों ने अंबिकापुर के लोगों को ठगा था. राजस्थान के भीलवाड़ा में संचालित अभिप्व प्रोड्यूसर्स कंपनी लिमिटेड के डायरेक्टर्स ने अंबिकापुर संभाग के सूरजपुर जिले के 29 निवेशकों को एक साल में रकम तीन गुना वापस करने का प्रलोभन देकर झांसे लिया और 17 लाख 28 हजार 366 रुपये की ठगी का शिकार बनाया. उसके बाद रफूचक्कर हो गए.
इसी मामले का खुलासा करने के लिए सूरजपुर जिले के पुलिस राजस्थान के भीलवाड़ा गयी थी, जहां पर एक पुलिस वाले ग्रामीण का भेष बनाकर पूरे शहर का मुआयना किया. इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने एक रणनीति तय की, जिसके तहत एक पुलिसवाले ने कपड़े की दुकान लगायी. तो दूसरे ने ठेले पर सब्जियां बेचीं और आरोपियों की रेकी की, जब पूरे तौर पर आरोपियों के बारे में पता चल गया, तो चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. इस तरह से एक दशक पुराने मामले में पुलिस की ओर से कार्रवाई की गई.